पोप ने इथियोपिया भूस्खलन के पीड़ितों के लिए प्रार्थना की, दादा-दादी दिवस की याद की

पोप फ्राँसिस ने इथियोपिया में भूस्खलन के पीड़ितों के लिए प्रार्थना की। उन्होंने दुःख व्यक्त किया कि दुनिया भर में आपदाएँ और भूखमरी जारी हैं, लेकिन हथियारों का निर्माण और बिक्री, युद्ध और मानवीय पीड़ा को बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने दादा-दादी और बुजुर्गों के लिए आज के विश्व दिवस को भी याद किया और सभी से हमेशा उन्हें याद रखने और उनकी सहायता करने की अपील की।

देवदूत प्रार्थना के उपरांत संत पापा ने तीर्थयात्रियों एवं पर्यटकों का अभिवादन किया। उसके बाद विश्व भर में हो रही विभिन्न घटनाओं की याद कर कहा, भाइयो एवं बहनो, “मैं आपको बड़े भूस्खलन के पीड़ितों के लिए अपनी प्रार्थनाओं का आश्वासन देता हॅं, जिसमें दक्षिणी इथियोपिया का एक गांव बह गया। मैं उस लोगों के करीब हूँ जो इस प्रकार समस्या झेल रहे हैं और उनके भी करीब हूँ जो उन्हें राहत पहुंचा रहे हैं।

दुनिया में फैली अशांति के मद्देनजर संत पापा ने खेद प्रकट करते हुए कहा, “और जबकि दुनिया में बहुत से लोग आपदाओं और भूख से पीड़ित हैं, हम हथियार बनाना और बेचना एवं संसाधनों को जलाना जारी रखे हुए हैं, जिससे बड़े और छोटे युद्धों को बढ़ावा मिलता है। यह एक ऐसा कलंक है जिसे अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को बर्दाश्त नहीं करना चाहिए, और यह अभी अभी शुरू हुए ओलंपिक खेलों की भाईचारे की भावना का खंडन करता है। भाइयो और बहनो, हमें यह नहीं भूलना चाहिए: युद्ध एक हार है!

दादा-दादी और बुजूर्गों के लिए समर्पित विश्व दिवस    
पोप ने कहा, आज हम विश्व दादा-दादी एवं बुजुर्ग दिवस मनाते हैं। विषय है "बुढ़ापे में मुझे मत त्यागो" (स्तोत्र 71.9)। वास्तव में, बुजुर्गों का परित्याग एक दुखद सच्चाई है जिसकी हमें आदत नहीं डालनी चाहिए। उनमें से कई लोगों के लिए, विशेष रूप से इन गर्मियों के दिनों में, अकेलेपन को सहना एक कठिन बोझ बन सकता है। आज का दिन हमें उन बुजुर्गों की आवाज़ सुनने का आह्वान करता है जो कहते हैं: "मुझे मत त्यागो!" और उत्तर देने के लिए कि "मैं आपको नहीं छोड़ूंगा!" आइए पोते-पोतियों और दादा-दादी, युवा और वृद्धों के बीच संबंध को मजबूत करें। आइए, बुजुर्गों के अकेलेपन को दूर करें! हमारा भविष्य काफी हद तक इस बात पर निर्भर करता है कि दादा-दादी और पोते-पोतियाँ एक साथ रहना कैसे सीखते हैं। आइए बुजुर्गों को न भूलें! इसके बाद पोप ने सभी को दादा-दादी के लिए ताली बजाने का आग्रह किया।  

अभिवादन
तत्पश्चात् पोप ने सभी विश्वासियों का अभिवादन किया। उन्होंने कहा, “मैं आप सभी रोमवासियों और तीर्थयात्रियों का अभिवादन करता हूँ जो इटली और दुनिया के विभिन्न हिस्सों से आए हैं। विशेष रूप से मैं काथलिक प्रेरिताई संघ की आमसभा में भाग लेनेवालों को बधाई देता हूँ। संत पापा ने बोलोग्ना के काथलिक एक्शन दल के बच्चों और मंतोआ धर्मप्रांत में प्रेरितिक इकाई ला रिवेरा डेल पो-सेरमीदे के बच्चों; वेरोना धर्मप्रांत के अठारह वर्ष के बच्चों के दल; और "कार्लो अकुतिस" संचालक दल के सदस्यों का विशेष रूप से अभिवादन किया।

पोप ने उन लोगों को शुभकामनाएँ भेजी जो त्रास्तेवेरे में कार्मेल की माता मरियम के पर्व के समापन समारोह में भाग ले रहे हैं: आज रात तेवेरे पर माता मरियम का जुलूस होगा। पोप ने विश्वासियों को आमंत्रित करते हुए कहा, “आइए, हम अपनी माता मरियम से दैनिक जीवन में सुसमाचार को जीना सीखें! मैंने कुछ नये दीक्षार्थियों को गाते सुना ... उन्हें प्रोत्साहन देते हुए संत पापा ने कहा, “मैं उन्हें दोबारा सुनना चाहूँगा!”

और अंत में अपने लिए प्रार्थना का आग्रह करते हुए सभी को शुभ रविवार की मंगल कामनाएँ अर्पित की।