दक्षिण कोरिया के कार्डिनल किम की सन्त घोषणा प्रक्रिया शुरू

दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल महाधर्मप्रांत ने 5 जुलाई को एक बयान में घोषणा की कि उसे कार्डिनल स्टीफ़न किम सोउ ह्वान को धन्य घोषित करने और संत घोषित करने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए वाटिकन स्थित परमधर्मपीठीय विश्वास और धर्मसिद्धान्त सम्बन्धी परिषद से "नो ऑबजेक्शन" पत्र अर्थात् "कोई बाधा नहीं" पत्र प्राप्त हुआ है।

कार्डिनल किम सोउ ह्वान
प्रभु सेवक कार्डिनल किम सौ-ह्वान, सियोल महाधर्मप्रांत के ग्यारहवें महाधर्माध्यक्ष और कोरिया के काथलिक धर्माध्पति एवं पहले कार्डिनल थे। आपका जन्म आठ मई सन् 1922 को तथा निधन 16 फरवरी 2009 को हो गया था। आपने 1968 से 1998 के दर्म्यान 30 वर्षों तक सियोल महाधर्मप्रान्त के मेषपाल रूप में सार्वभौमिक काथलिक कलीसिया को सेवा अर्पित की।

कार्डिनल किम के अनुकरणीय जीवन और सद्गुणों के लिए उन्हें कई लोगों का प्यार औक सम्मान मिला। सियोल महाधर्मप्रांत के विकास, सैन्य तानाशाही के शासन के तहत लोकतांत्रिक आंदोलन और मानवाधिकारों को बढ़ावा देने में उनके महान योगदान को काथलिक धर्मानुयायी ही नहीं अपितु दक्षिण कोरिया के सभी नागरिक मान्यता प्रदान करते हैं।