पोप की मौजूदगी हमारे लिए पर्याप्त है, महाधर्माध्यक्ष

लेबनान में मारोनी रीति के महाधर्माध्यक्ष पॉल अब्देल सैटर पोप लियो 14 वें की लेबनान यात्रा का इंतज़ार करते हुए कहते हैं कि उनके लिये पोप की उपस्थिति ही काफ़ी है, क्योंकि इससे लेबनान के लोगों को बहुत हिम्मत मिलेगी।

दशकों का संकट
पिछले कुछ दशकों से लेबनान लगातार सामाजिक-आर्थिक और राजनीतिक संकटों से जूझता रहा है, ऐसी स्थित में लोग 30 नवंबर से 2 दिसंबर तक पोप लियो 14 वें के स्वागत की तैयारी कर रहे हैं। बैरूत के महाधर्माध्यक्ष पौल अब्देल सैटर की उम्मीद है कि इस दौरे से लंबे समय से परेशान लोगों में नई उम्मीद जगेगी और लेबनान अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में आएगा।

वाटिकन न्यूज़ से बातचीत में महाधर्माध्यक्ष सैटर ने बताया कि अपने परमाध्यक्षीय काल के आरम्भ ही से पोप लियो 14 वें ने लेबनान के प्रति अपनी निकटता दर्शाई है, इसलिये उनकी आशा है कि सन्त पापा की मौजूदगी  लोगों को उनकी कठिनाइयों के बीच साहस प्रदान करेगी।

यात्रा आशा की किरण
महाधर्माध्यक्ष सैटर ने कहा कि अवश्य ही पोप का सन्देश प्रेम का मज़बूत सन्देश होगा।  इससे हमें इस क्षेत्र में अपने मिशन को जारी रखने तथा प्रत्येक मनुष्य के लिए प्रेम के गवाह बने रहने हेतु साहस प्राप्त होगा।   

बैरूत के महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि हम यह उम्मीद नहीं कर रहे हैं कि पोप हमारी समस्याओं का कोई समाधान देंगे। हमारे लिए यह काफी है कि वे यहां मौजूद हैं। हम इस बात का आनंद ले रहे हैं कि वे लेबनान आने वाले हैं, हमारे साथ रहने के लिए, हमारे साथ प्रार्थना करने के लिए, हमारे लिए, यह काफी से भी ज़्यादा है।

उन्होंने कहा कि पोप लियो के आगमन से हमें आगे बढ़ने की शक्ति मिलेगी क्योंकि हम जानते हैं और हमें यकीन है कि हम अकेले नहीं हैं। हमें विश्व के सभी काथलिकों का, लेबनान के  लोगों का और हमारे मिशन में विश्वास करने वाले सभी लोगों का समर्थन प्राप्त है।

महाधर्माध्यक्ष सैटर का यह भी विश्वास है कि पोप लियो 14 वें की लेबनान यात्रा अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर लेबनान पर ध्यान केन्द्रित करायेगी। उन्होंने कहा वस्तुतः, अन्तरराष्ट्रीय समुदाय ही हमारी स्थिति के लिये ज़िम्मेदार है। यह यात्रा विश्व को, उसके सभी ज़िम्मेदार नेताओं को लेबनान की ओर और लेबनान के लोगों द्वारा सही जा रही पीड़ा को देखने पर मजबूर करेगी।