पोप फ्राँसिस ने वैश्विक शांति की अपील की, युद्ध के विनाशकारी परिणामों पर जोर दिया और शांतिपूर्ण समाधान एवं सुलह की वकालत करते हुए यूक्रेन, फिलिस्तीन, इज़राइल और म्यांमार जैसे संघर्षग्रस्त क्षेत्रों के लिए प्रार्थना करने का आग्रह किया।
एक वीडियो संदेश में, पोप फ्राँसिस ने इटली के मोलिसे धर्मप्रांत के विश्वासियों को संबोधित किया जो तीर्थयात्रा पर निकली फातिमा माता मरिया की छवि का स्वागत करते हैं और उनसे घरों और दिलों को खोलने का आग्रह करते हैं।
पोप फ्राँसिस ने बुधवार को सभी विश्वासियों को घमंड के पाप से खुद को बचाये रखने, पवित्र आत्मा के लिए अपने हृदय को खोले रखने और युद्धरत देशों के लिए प्रार्थना करने हेतु प्रेरित किया।
पोप फ्राँसिस ने फिलिस्तीन, इज़राइल और यूक्रेन में शांति के लिए हार्दिक अपील की, संघर्ष पर बातचीत करने का आग्रह किया और प्रभावित लोगों की पीड़ा को याद किया।
भले गड़ेरिये को समर्पित रविवार को स्वर्ग की रानी प्रार्थना के पूर्व पोप ने अपने संदेश में, याद दिलाया कि येसु हमें असीमित प्रेम करते हैं, वे हमें अपना जीवन अर्पित करते हैं। उन्होंने प्रार्थना की कि हम प्रभु से मिलने जा सकें और हमारे भले चरवाहे की प्रेमी बाहों में खुद को स्वागत किये एवं उठाये जाने दें।
भले चरवाहे रविवार की पूर्व संध्या स्पेन स्थित सेविले के सेमिनारी छात्रों को संबोधित करते हुए पोप फ्रांसिस ने सुझाव दिया कि वे मसीह के प्रेमपूर्ण हृदय, खुली बांहों और मुस्कुराहट के साथ, अपने लोगों के चरवाहे बनें।
पोप फ्राँसिस ने चेसेना-सरसीना, सवोना, इमोला और तिवोली के तीर्थयात्रियों से शनिवार को वाटिकन में मुलाकात की और उन्हें ईश सेवक पीयुस 7वें की विरासत पर ध्यान देने के लिए आमंत्रित किया जो संघर्ष और विभाजन के समय में सुसमाचार के साहसी गवाह थे।
पोप फ्राँसिस ने 'मोतू प्रोप्रियो' जारी कर एक नए अपोस्तोलिक पत्र के साथ, वाटिकन की न्यायिक प्रणाली को नियंत्रित करनेवाले कानूनों को संशोधित किया, खासकर, न्यायाधीशों के पारिश्रमिक और पेंशन के संबंध में।
घाना के आक्करा में जारी ग्लोबल क्रिस्टियन फोरम के चौथे विश्व सम्मेलन को प्रेषित सन्देश में पोप फ्राँसिस ने विश्व के समस्त ख्रीस्तीयों के बीच एकता को प्रोत्साहित करने के लिये प्रभु ख्रीस्त में अपने विश्वास को गहरा करने तथा भाईचारे के प्रेम को पुनर्जीवित करने का आह्वान किया है।
पोप फ्रांसिस ने समस्त विश्व के काथलिक धर्मानुयायियों को आमंत्रित किया है कि 2025 में मनाये जानेवाले जयन्ती वर्ष की पृष्ठभूमि में वे विश्व को एकता में एकजुट एक प्रेमपूर्ण परिवार बनाने हेतु येसु मसीह के सपने को साकार करें।
"शांति के लिए स्कूल" के शिक्षकों के विश्वव्यापी नेटवर्क के प्रतिनिधियों ने शुक्रवार को वाटिकन में पोप फ्राँसिस का साक्षात्कार कर उनका सन्देश सुना। इस अवसर पर पोप फ्रांसिस ने शांति निर्माण के हर प्रयास की सराहना की तथा उदासीनता और व्यक्तिवाद का खण्डन किया।
17 अप्रैल को आमदर्शन समारोह के दौरान पोप फ्राँसिस ने चौथा प्रमुख सदगुण आत्मसंयम पर प्रकाश डाला, यह कहते हुए कि खुद पर अधिकार रखने की हमारी क्षमता हमें जीवन में जो कुछ भी है उसका अधिक सार्थक और आनंददायक तरीके से स्वाद लेने में मदद करती है।
पोप फ्राँसिस ने आम दर्शन समारोह के अंत में अपना ध्यान युद्धबंदियों की ओर केंद्रित किया और उनकी रिहाई के लिए प्रार्थना की। पोप ने उनमें से कई को दी जाने वाली यातनाओं की निंदा की।
संयम इच्छाशक्ति का प्रभुत्व सुनिश्चित करता है और इच्छाओं को सम्मानजनक की सीमा के भीतर रखता है। पोप फ्राँसिस ने संयम के गुण को अपने में विकसित करने के लिए कहा।
पोप फ्राँसिस ने मध्य पूर्व में हिंसा के चक्र को रोकने और गज़ा में पीड़ित लोगों की सहायता करने के लिए सभी देशों से बातचीत और शांति प्रयासों का समर्थन करने की जोरदार अपील की।
पास्का के तीसरे रविवार को स्वर्ग की रानी प्रार्थना के दौरान, पोप फ्राँसिस ने विश्वासियों को प्रभु के साथ अपनी व्यक्तिगत मुलाकातों पर चिंतन करने हेतु आमंत्रित किया और कहा कि हमारे विश्वास को साझा करना और प्रसारित करना कितना सुंदर है।