पोप फ्राँसिस: मानव संवर्धन के लिए स्थायी अर्थव्यवस्थाओं की आवश्यकता है

पोप फ्राँसिस ने रोम में वर्तमान में चल रहे पहले “मानव आर्थिक मंच” के प्रतिभागियों से मुलाकात की। पोप ने उनसे कहा कि हमें नज़र हमेशा लोगों के सभी आयामों पर होनी चाहिए, गरीबी से लड़ना चाहिए, बहिष्कृत लोगों को सम्मान बहाल करना चाहिए, आम घर की देखभाल करनी चाहिए।

पोप फ्राँसिस ने बुधवार 11 दिसंबर को आमदर्शन समारोह से पहले मानव आर्थिक मंच में भाग लेने वालों का वाटिकन में स्वागत किया। रोम में आयोजित पहले मानव आर्थिक मंच के अवसर पर उनसे मिलने की खुशी का इजहार करते हुए कहा कि उनकी बैठक, महत्वपूर्ण आर्थिक और सामाजिक मुद्दों से निपटते हुए, मानव स्थिरता के विषय पर केंद्रित है।

ठोस व्यक्तियों की गरिमा
पोप ने कहा कि एक स्थायी और समग्र मानव विकास की खोज सार्वभौमिक सामान्य भलाई को सुनिश्चित करने और बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है। इस कारण से, मानव व्यक्ति को हमारी सभी चिंताओं और गतिविधियों के केंद्र में रखना आवश्यक है। गरीबी से लड़ने, वंचितों को सम्मान बहाल करने और हमारे आम घर की देखभाल करने के प्रयासों में ठोस व्यक्तियों की गरिमा और समग्र विकास के लिए निरंतर ध्यान दिखाने की आवश्यकता है।

मानव संवर्धन परियोजनाएँ
पोप ने कहा कि मानव संवर्धन परियोजनाएँ इस हद तक प्रभावी हैं कि उन्हें आत्मनिर्भर और दीर्घकालिक आर्थिक प्रणालियों द्वारा समर्थित किया जाता है। संत पापा ने उनके द्वारा वर्तमान स्थिति के विश्लेषण में, एक वैश्विक दृष्टिकोण अपनाने हेतु उनकी सराहना की। उन्होंने कहा कि विभिन्न संस्कृतियों और धर्मों के विशेषज्ञ वक्ताओं की भागीदारी सभी मानवीय आवश्यकताओं की सराहना और उनके प्रति संवेदनशीलता को प्रोत्साहित करती है।

पोप ने पुनः रोम आकर उनसे मुलाकात करने के लिए धन्यवाद दिया और उनके प्रयासों को प्रोत्साहित किया, जो मानव जीवन की पवित्रता की स्वीकृति पर आधारित हैं और एक बेहतर दुनिया के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं।