पोप फ्राँसिस ने अमेरिका के संगठित समुदायों के नेताओं से मुलाकात की

पोप फ्राँसिस ने वाटिकन के प्रेरितिक आवास संत मर्था में संयुक्त राज्य अमेरिका के संगठित समुदायों, औद्योगिक क्षेत्र फाउंडेशन- पश्चिम/दक्षिण पश्चिम के नेताओं से मुलाकात की, जिन्होंने संगठित समुदायों के कलीसियाई नेटवर्क (आरईसीओआर) द्वारा की गई प्रगति प्रस्तुत की।

बुधवार, 28 अगस्त को संत मर्था स्थित पोप फ्राँसिस के आवास पर आयोजित बैठक का उद्देश्य था, "पोप को प्रगति के बारे में सूचित करना तथा आरईसीओआर के साथ अगले कदमों पर उनसे परामर्श करना।" यह बैठक अमरीका के संगठित समुदायों, औद्योगिक क्षेत्र फाउंडेशन-पश्चिम/दक्षिणपश्चिम के नेताओं तथा पोप फ्रांसिस के बीच हुई।

पुरोहितों और लोकधर्मियों सहित लगभग 20 नेताओं ने पोप को, संगठित समुदायों का नया कलीसियाई नेटवर्क (आरईसीओआर) प्रस्तुत किया। काथलिक बिशपों के साथ इस नेटवर्क का उद्देश्य कलीसिया के सामाजिक सिद्धांत को लागू करने में अग्रणी भूमिका निभाना है, जिसका लक्ष्य "सुसमाचार से प्रभावित जीवनशैली" सुनिश्चित करना है। (एफटी, 1)।

पोप फ्राँसिस के साथ मुलाकात
बैठक के दौरान, पोप फ्राँसिस ने नेताओं को एक सिनॉडल पुल बनाने के लिए प्रोत्साहित किया "ताकि हमारे लोगों को जीवन मिल सके।"

पोप से मुलाकात के बाद पश्चिमी और दक्षिण-पश्चिमी संयुक्त राज्य अमेरिका में आईएएफ के आयोजक जॉर्ज मोंटिएल के अनुसार, "पोप फ्राँसिस लोगों की खुद को संगठित करने की क्षमता की बहुत सराहना करते हैं। लोगों की संपत्ति उनके संगठित होने की क्षमता में निहित है।” उन्होंने पोप पॉल छठवें के शब्दों की भी याद दिलाई, जिन्होंने कहा था कि राजनीति प्रेम की सर्वोच्च अभिव्यक्ति है।"
टेक्सास के संत अंतोनियो धर्मप्रांत की मरिया ग्वादालुपे वाल्डेज़ ने कहा कि पोप ने "हमें आगे बढ़ते रहने, काम करते रहने और उदासीन न रहने के लिए प्रोत्साहित किया।"

इंडस्ट्रियल एरियाज़ फ़ाउंडेशन-वेस्ट/साउथवेस्ट की सदस्य एलिजाबेथ वाल्डेज़ ने याद किया कि नेटवर्क "कलीसियाओं, संघों, विश्वविद्यालयों और अन्य संगठनों से बना है, जिसमें काथलिकों की बहुसंख्यक भागीदारी है, साथ ही प्रोटेस्टेंट कलीसिया, आराधनालय और मस्जिदें भी हैं।"
इससे पहले, बुधवार की सुबह, औद्योगिक क्षेत्र फाउंडेशन-पश्चिम/दक्षिणपश्चिम के प्रतिनिधियों ने लैटिन अमेरिका के लिए परमधर्मपीठीय आयोग (पीसीएएल) के सचिव एमिल्स कूडा के साथ मुलाकात की, ताकि दक्षिण और उत्तरी अमेरिका के बीच पुलों के निर्माण के लिए रणनीतियों पर काम करना जारी रखा जा सके, तथा इस बात पर ध्यान केंद्रित किया जा सके कि आम भलाई के लिए इन पुलों का निर्माण कैसे जारी रखा जाए।
आरईसीओआर की ओर मार्ग
संगठित समुदायों का कलीसियाई नेटवर्क (आरईसीओआर) लैटिन अमेरिकी एपिस्कोपल काउंसिल (सीईएलएएम) में स्थापित किया गया था, जिसका लक्ष्य "सामुदायिक रहस्यवाद के अनुभवों को साझा करना और अमेरिका के दोनों गोलार्धों के बीच कौशल का हस्तांतरण करना था।"