पोप ने महाधर्माध्यक्ष इयानोने को धर्माध्यक्षीय विभाग का अध्यक्ष किया

वाटिकन में अपनी पहली नियुक्ति के साथ, पोप लियो 14वें ने महाधर्माध्यक्ष फिलिपो इयानोने, ओ. कर्म को धर्माध्यक्षों के लिए परमधर्मपीठीय विभाग का प्रीफेक्ट नियुक्त किया, जो इस समय कानून संबंधी दस्तावेजों के परमधर्मपीठीय विभाग के प्रीफेक्ट के रूप में अपनी सेवा दे रहे हैं।
धर्माध्यक्षों के लिए परमधर्मपीठीय विभाग के प्रीफेक्ट के रूप में उत्तराधिकारी का चयन पोप लियो द्वारा की जानेवाली पहली नियुक्तियों में से एक है, जिसको उन्होंने पोप बेनेडिक्ट 16वें द्वारा स्थापित मिसाल का अनुसरण करते हुए किया है, जिन्होंने विलियम लेवादा को (उस समय) धर्मसिद्धांत के लिए बने धर्मसंघ के प्रमुख के रूप में चुना था।
पोप लियो 14वें के रूप में अपने चुनाव से पहले, कार्डिनल रॉबर्ट प्रीवोस्ट ने जनवरी 2023 से, जब उन्हें पोप फ्राँसिस द्वारा रोम स्थानांतरित किया गया, अप्रैल 2025 में पोप की मृत्यु तक धर्माध्यक्षों के लिए वाटिकन विभाग का नेतृत्व किया। शुक्रवार, 26 सितंबर को, पोप लियो 14वें ने महाधर्माध्यक्ष फिलिपो इयानोने, जो अब तक कानून संबंधी दस्तावेजों के लिए गठित विभाग के प्रीफेक्ट थे, को धर्माध्यक्षों के लिए वाटिकन के विभाग का प्रीफेक्ट नियुक्त किया, एक ऐसी जिम्मेदारी जिसमें लातीनी अमेरिका के लिए परमधर्मपीठीय आयोग की अध्यक्षता भी शामिल है।
सचिव और उप-सचिव की नियुक्ति की पुष्टि
महाधर्माध्यक्ष इयानोने की नियुक्ति की घोषणा वाटिकन प्रेस कार्यालय के दैनिक बुलेटिन में की गई, जिसमें बताया गया कि महाधर्माध्यक्ष 15 अक्टूबर 2025 को अपना नया पदभार ग्रहण करेंगे।
प्रेस कार्यालय ने उसी समय घोषणा की कि पोप लियो ने ब्राज़ील के महाधर्माध्यक्ष इल्सोन दी जीज़ुज मोंतानारी को उसी विभाग के सचिव के रूप में अगले पाँच वर्षों के कार्यकाल के लिए नियुक्त किया है (उन्हें पहली बार 2013 में फ्राँसिस द्वारा इस पद के लिए नियुक्त किया गया था)। पोप ने मोनसिन्योर इवान कोवाक को अगले पाँच वर्षों के कार्यकाल के लिए अवर सचिव के रूप में भी नियुक्त किया।
महाधर्माध्यक्ष इयानोने की नियुक्ति पोप लियो द्वारा किसी विभाग के प्रमुख के रूप में की गयी पहली नियुक्ति है। रोमन कूरिया निकाय में वरिष्ठ पद पर एकमात्र अन्य नियुक्ति 22 मई को की गई थी - उनके चुनाव के कुछ ही दिन बाद - जब उन्होंने गरीबों की फ्राँसिसकन धर्मबहनों के धर्मसंघ की सिस्टर तित्सियाना मेरलेती को समर्पित जीवन और अपोस्टोलिक सोसाइटीज के संस्थानों के लिए वाटिकन विभाग के सचिव के रूप में नियुक्त किया था।
न्यायविद और धर्मोपदेशक वकील
इटली के मूल निवासी, महाधर्माध्यक्ष इयानोने, जो 13 दिसंबर को 68 वर्ष के हो जाएँगे, एक कार्मेलाइट, न्यायविद और धर्मोपदेशक वकील हैं, जिन्हें न्यायालयों, परमधर्मपीठीय विश्वविद्यालयों और धर्मप्रांतों में व्यापक अनुभव है।
उन्होंने रोम में विभिन्न पदों पर कार्य किया है, जिनमें प्रेरितिक सिग्नेचुरा के सर्वोच्च न्यायाधिकरण के सदस्य के रूप में कार्य करना; तत्कालीन समर्पित जीवन संस्थानों के धर्मसंघ के सलाहकार; इतालवी धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की कानूनी मामलों की परिषद के सदस्य; पूजा स्थलों की समिति के अध्यक्ष, और इतालवी प्रांत लात्सियो के धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के सदस्य शामिल हैं।
2012 में, उन्हें पोप बेनेडिक्ट सोलहवें द्वारा रोम धर्मप्रांत का उप-प्रमुख नियुक्त किया गया; बाद में, 2017 में, पोप फ्रांसिस ने उन्हें कानून संबंधी दस्तावेजों के लिए परमधर्मपीठीय परिषद के सहायक सचिव के पद पर स्थानांतरित कर दिया। उसके बाद 7 अप्रैल 2018 को, वे उस परिषद के अध्यक्ष बने।
विश्व के धर्माध्यक्षों के चयन का कार्य
महाधर्माध्यक्ष इयानोने को अब उस कार्य को जारी रखने का दायित्व सौंपा गया है जिसे भावी पोप ने दो वर्षों तक किया था। धर्माध्यक्षों के लिए वाटिकन विभाग के प्रीफेक्ट की भूमिका एक नाजुक भूमिका है: पोप को उन धर्माध्यक्षों के चयन में सहायता करना जिन्हें वे दुनिया भर के कलीसियाई समुदायों को सौंपेंगे। धर्माध्यक्ष पद के लिए प्रस्तावित उम्मीदवारों की पहचान करने के बाद, अंतिम निर्णय पोप के हाथ में होता है।
इस मिशन में सहायता के लिए, पोप फ्राँसिस ने जुलाई 2022 में धर्माध्यक्षों के लिए वाटिकन विभाग के सदस्यों के रूप में तीन महिलाओं को नियुक्त किया: सिस्टर राफैला पेट्रिनी, वाटिकन सिटी स्टेट के गवर्नरेट की वर्तमान अध्यक्ष; यवोने रेउंगोट, ख्रीस्तीयों की सहायिका मरियम की पुत्रियों के धर्मसंघ की पूर्व सुपीरियर जनरल; और मरिया लिया ज़र्विनो, काथलिक महिला संगठनों के विश्व संघ (डब्ल्यू यू एफ सी) की पूर्व अध्यक्ष।