पोप ने बुरकिना फासो में आतंकी हमले एवं विश्व शांति के लिए प्रार्थना की

पोप फ्राँसिस ने एक स्लोवाक शहीद की धन्य घोषणा की याद करने से पहले, बुर्किना फासो और मध्य पूर्व में हिंसा की निंदा की, पर्यावरण संबंधी कार्रवाई का आग्रह किया तथा एशिया की अपनी आगामी प्रेरितिक यात्रा के लिए प्रार्थना की मांग की।

रविवार को देवदूत प्रार्थना के उपरांत पोप ने सभी विश्वासियों का अभिवादन किया एवं विभिन्न घटनाओं की याद की।

सबसे पहले स्लोवाकिया के धन्य जान हवलिक की याद करते हुए संत पापा ने कहा, “कल स्लोवाकिया के सास्टिन में, पौली के संत विंसेंट धर्मसमाज के सेमिनरी छात्र जान हवलिक को धन्य घोषित किया गया। इस युवक की 1965 में तत्कालीन चेकोस्लोवाकिया में कलीसिया के खिलाफ प्रशासन के उत्पीड़न के दौरान हत्या हो गई थी। ख्रीस्त में विश्वास की गवाही देने में उनकी दृढ़ता, उन लोगों के लिए एक प्रोत्साहन बने जो आज भी इसी तरह की चुनौतियों से पीड़ित हैं।” तब उन्होंने ताली बजाकर नए धन्य को सम्मानित किया।

बुरकिना फासो में आतंकी हमले
उसके बाद बुरकिना फासो में आतंकी हमले की याद कर संत पापा ने कहा, “मुझे यह जानकर दुःख हुआ कि शनिवार 24 अगस्त को बुर्किना फासो के बार्सालोघो नगर पालिका में एक आतंकवादी हमले में महिलाओं और बच्चों सहित सैकड़ों लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए।” उन्होंने कहा, “मानव जीवन के खिलाफ इन निंदनीय हमलों की निंदा करते हुए, मैं पूरे देश के प्रति अपना सामीप्य और पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूँ। कुँवारी मरियम बुर्किना फासो के प्यारे लोगों को शांति और सुरक्षा पाने में मदद करें।

पोप ने ब्राजील के रेसिफ शहर में कॉन्सेइकाओ की माता मरियम के तीर्थस्थल में हुई दुर्घटना के पीड़ितों के लिए भी प्रार्थना की। “पुनर्जीवित प्रभु घायलों और उनके परिवारों को सांत्वना दें।”

यूक्रेन, फिलीस्तीन एवं इस्राएल के लिए प्रार्थना
उसके बाद पोप ने यूक्रेनी लोगों की याद कर कहा, “और मैं ऊर्जा बुनियादी ढांचे पर हमलों से बुरी तरह प्रभावित यूक्रेनी जनता के हमेशा करीब हूँ। मौतों और चोटों के अलावा, उन्होंने दस लाख से अधिक लोगों को बिजली और पानी के बिना छोड़ दिया है। आइए याद रखें कि निर्दोष लोगों की आवाज ईश्वर हमेशा सुनते हैं, उनकी पीड़ा के प्रति वे उदासीन नहीं रहते!

फिलीस्तीन और इस्राएल में संघर्ष पर खेद प्रकट करते हुए संत पापा ने कहा, “एक बार फिर मैं अपने विचारों को फिलिस्तीन और इस्राइल में संघर्ष की ओर मोड़ता हूँ, जिसके अन्य फिलिस्तीनी शहरों में फैलने का खतरा है। मैं बातचीत न रोकने और गोलीबारी तुरंत रोकने, बंधकों को रिहा करने, गाजा में आबादी की मदद करने की अपील करता हूँ, जहां पोलियो सहित कई बीमारियाँ भी फैल रही हैं। पवित्र भूमि में शांति हो, येरूसालेम में शांति हो! पवित्र शहर एक मिलन स्थल बने जहाँ ख्रीस्तीय, यहूदी और मुस्लिम सम्मान एवं स्वागत महसूस करें और कोई भी अपने संबंधित पवित्र स्थानों में यथास्थिति पर सवाल न उठाए।

सृष्टि की देखभाल के लिए विश्व प्रार्थना दिवस
1 सितम्बर को सृष्टि की देखभाल के लिए विश्व प्रार्थना दिवस मनाया जाता है इसकी याद करते हुए संत पापा ने कहा, “आज हम सृष्टि की देखभाल के लिए विश्व प्रार्थना दिवस मनाते हैं। मैं हरेक संस्थान, संघ, परिवार और व्यक्ति से, हमारे आमघर के प्रति एक ठोस प्रतिबद्धता की आशा करता हूँ। घायल पृथ्वी की पुकार लगातार चिंताजनक होती जा रही है और इसके लिए निर्णायक और तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है।”

प्रेरितिक यात्रा की सफलता हेतु प्रार्थना की मांग
उसके बाद अपनी आगामी प्रेरितिक यात्रा की सफलता हेतु प्रार्थना की मांग करते हुए संत पापा ने कहा, कल मैं एशिया और ओशिनिया के कुछ देशों की प्रेरितिक यात्रा शुरू करूँगा। कृपया इस यात्रा के फल के लिए प्रार्थना करें!”

तत्श्चात् संत पापा ने रोम एवं विश्व के सभी तीर्थयात्रियों एवं पर्यटकों का अभिवादन किया।

और अंत में, अपने लिए प्रार्थना का आग्रह करते हुए सभी को शुभ रविवार की मंगलकामनाएँ अर्पित की।