डॉक्टर्स : पोप पर उपचार का असर हो रहा है, लेकिन वे अभी भी खतरे से बाहर नहीं

रोम के जेमेली अस्पताल में पोप फ्राँसिस का इलाज कर रही मेडिकल टीम के सदस्यों ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वे अभी भी खतरे से बाहर नहीं हैं, और कम से कम एक और सप्ताह तक अस्पताल में रहेंगे - लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि वे हमेशा की तरह मजाक करते हैं, और वे फिर से काम करना भी शुरू कर दिये हैं।

शुक्रवार को पोप फ्राँसिस का इलाज कर रही मेडिकल टीम के सदस्यों ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पोप को "मृत्यु का खतरा" नहीं है, लेकिन वे पूरी तरह से "खतरे से बाहर" भी नहीं हैं।

रोम के जेमेली अस्पताल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, पोप की देखभाल करनेवाली टीम के प्रमुख डॉ. सेरजो अल्फिएरी और वाटिकन की स्वास्थ्य सेवा के उप-निदेशक डॉ. जुइजी कार्बोने ने पत्रकारों से भरे कमरे में लगभग चालीस मिनट तक बात की।

दोनों ने कहा कि उनका मानना ​​है कि पोप को "कम से कम" अगले पूरे सप्ताह के लिए अस्पताल में भर्ती रहना होगा। डॉ. अल्फिएरी ने इस बात पर जोर दिया कि पोप को वेंटिलेटर पर नहीं रखा गया है, हालांकि उन्हें अभी भी सांस लेने में दिक्कत हो रही है और इसके परिणामस्वरूप उनकी शारीरिक गतिविधियाँ सीमित हैं।

डॉक्टर ने कहा, फिर भी पोप कुर्सी पर सीधे बैठते हैं, काम कर रहे हैं, और हमेशा की तरह मजाक कर लेते हैं। अल्फिएरी ने कहा कि जब डॉक्टरों में से एक ने पोप को “हैलो, संत पापा” कहकर अभिवादन किया, तो उन्होंने जवाब में “हैलो, संत पुत्र” कहा।

एक पत्रकार द्वारा पूछे जाने पर कि उनका सबसे बड़ा डर क्या है, डॉक्टरों ने कहा कि पोप के श्वसन नली में कीटाणु उनके रक्तप्रवाह में प्रवेश कर सकते हैं, जिससे सेप्सिस हो सकता है।

हालांकि, डॉ. अल्फिएरी ने कहा कि उन्हें संदेह नहीं है कि पोप फ्राँसिस किसी भी समय अस्पताल से निकलकर वाटिकन के संत मर्था में वापस लौट आएंगे - लेकिन जब वे ऐसा करेंगे, तो उनकी पुरानी श्वसन संबंधी समस्याएँ बनी रहेंगी।