सिंगापुर से रोम वापसी की यात्रा पर पोप का आभार

सिंगापुर में 13 सितम्बर को विभिन्न धर्मों के युवाओं के साथ मुलाकात के साथ पोप फ्राँसिस की 45वीं प्रेरितिक यात्रा सफलतापूर्वक समाप्त हो गई।

युवा कार्यक्रम के अंत में पोप फ्राँसिस स्टूडेंट होल्डिंग एरिया में चले गए, जहाँ दो युवाओं ने संक्षेप में उन्हें टुगेदर इन यूनिटी एंड होप (एकता और आशा में एक साथ) प्रदर्शनी प्रस्तुत किया और उन्हें एक पेंटिंग पूरी करने के लिए आमंत्रित किया।

कार्यक्रम के तुरन्त बाद पोप फ्राँसिस सिंगापुर के चांगी हवाई अड्डा गये। जहाँ विदाई समारोह के बाद वे स्थानीय समय अनुसार दोपहर 12.25 बजे रोम वापसी के लिए उड़ान भरे।

वहाँ से विदा होते हुए पोप ने कहा, “शब्द, विचार और सिद्धांत नहीं बल्कि मित्रता, दूसरों से मिलना और एक दूसरे को आमने-सामने देखना ही दीवार गिराता एवं दूरी कम करता है।”

उन्होंने अपनी यात्रा में सहयोग देनेवाले सभी लोगों के प्रति अपना गहरा आभार प्रकट किया। उन्होंने एक्स संदेश के माध्यम से कहा, “मैं उन सभी लोगों का हार्दिक धन्यवाद करता हूँ जिन्होंने मेरी सिंगापुर यात्रा को संभव बनाने में योगदान दिया। मैं आपको अपनी प्रार्थनाओं में रखूँगा, साथ ही उन अन्य देशों के लोगों को भी, जिनसे मैं इस प्रेरित यात्रा के दौरान मिला हूँ। कृपया, मेरे लिए प्रार्थना करना न भूलें!”

अपनी 45वीं प्रेरितिक यात्रा में पोप ने इंडोनेशिया, पापुआ न्यू गिनी, तिमोर लेस्ते एवं सिंगापुर की यात्रा पूरी की।

रोम वापसी के लिए उड़ान भरते हुए पोप ने कहा, “अपनी प्रेरितिक यात्रा के समापन पर रोम लौटते समय, मैं माननीय राष्ट्रपति, अधिकारियों और सिंगापुर के नागरिकों के प्रति अपनी हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त करना चाहता हूँ, जिन्होंने मेरी यात्रा के दौरान मुझे गर्मजोशी से स्वागत किया और उदार आतिथ्य प्रदान किया। मैं देश की शांति, एकता और भलाई के लिए अपनी प्रार्थनाओं का आश्वासन देते हुए, सभी सिंगापुर वासियों पर ईश्वर की प्रचुर आशीष की कामना करता हूँ।”

विमान में पोप फ्राँसिस ने उन देशों के लोगों की भी याद की जहाँ से वे गुजरे। इंडोनेशिया, मलेशिया, थाईलैंड, म्यांमार, भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, तजिकिस्तान, उजबेकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, अजरबैजान, जोर्जिया, तुर्की, ग्रीस, अल्बानिया और इटली के ऊपर से उड़ान भरते हुए पोप ने तार संदेश में लिखा, “सिंगापुर की अपनी प्रेरितिक यात्रा के बाद रोम लौटते हुए, मैं आप लोगों के प्रति अपनी प्रार्थनापूर्ण शुभकामनाएँ दोहराता हूँ, तथा आप सभी पर एकजुटता एवं खुशी के दिव्य आशीष की कामना करता हूँ।

जब पोप भारत के ऊपर से पार हो रहे थे तब उन्होंने अपने तार संदेश में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू एवं देशवासियों की कुशलता की कामना इस प्रकार की, “मैं सिंगापुर की अपनी प्रेरितिक यात्रा के समापन पर भारत के ऊपर से उड़ान भरते हुए माननीय राष्टपति आपको और आपके साथी नागरिकों को अपनी शुभकामनाएँ देता हूँ। प्रार्थना करता हूँ कि राष्ट्र को प्रचुर आशीष मिले, मैं सभी भारतीयों पर भरपुर मात्रा में ईश्वरीय कृपा की कामना करता हूँ।”

पोप फ्राँसिस सिंगापुर एयरलाईन से करीब 12.35 की लम्बी यात्रा कर, आज शाम लगभग 6.25 बजे रोम पहुँचेंगे।