समर्पित धर्मसंघी कलीसिया को पुनः जवान बनाते हैं : कार्डिनल फेर्राओ
गोवा और दमन के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल फिलीप ने काथलिक धर्मसंमाजियों को एक आशीर्वाद कहा है क्योंकि वे कलीसिया को पुनः जवान बनाते हैं।
भारतीय धर्मसंघियों के सम्मेलन (सीआरआई) की गोवा शाखा की आमसभा को सम्बोधित करते हुए कार्डिनल फिलीप नेरी फेर्राओ ने कहा, “आप कलीसिया की पवित्रता की सेवा करते हैं। हमें आपके एक नबी के समान आवाज और कार्य की जरूरत है। आप पूरी कलीसिया को धर्मसभा के रास्ते पर चलना सिखाते हैं।"
गोवा की राजधानी पणजी में 8 मार्च को आयोजित कार्यक्रम में 300 से अधिक धर्मसमाजियों ने भाग लिया।
अक्टूबर 2023 को रोम में आयोजित सिनॉड में भाग लेनेवाले धर्माध्यक्ष ने वहाँ के अपने अनुभव साझा किए।
कार्डिनल ने याद किया कि “धर्मसभा (सिनॉड) एक साथ यात्रा करने का एक अनुभव था। धर्मसभा में सभी को समान महत्व दिया गया। बैठने की कोई पदानुक्रमित व्यवस्था नहीं थी। कलीसिया में हमारी हैसियत कुछ भी हो, हम सभी एक गोल मेज के चारों ओर बैठे और हमने प्रत्येक को नाम से संबोधित किया।”
उन्होंने कहा कि धर्मसभा एक गहरे धार्मिक माहौल में आयोजित की गई थी जहाँ अंतरधार्मिक प्रार्थना और तीन दिवसीय आध्यात्मिक साधना ने प्रतिभागियों को यह समझने के लिए तैयार किया कि कार्यक्रम के दौरान पवित्र आत्मा उन्हें क्या बताने वाले थे।
कलीसिया और लोकधर्मियों के साथ अधिक सहयोग का सुझाव देते हुए धर्माध्यक्ष ने कहा, “पवित्र आत्मा बहुत उदार है। हमारी भूमिका हमारी मिशनरी कलीसिया में पवित्र आत्मा के वरदानों को सुलभ बनाना और साझा करना है।“ कार्डिनल फेर्राओ ने सभा में उपस्थित सभी धर्मसमाजियों को उनकी उपस्थिति और सेवाओं के लिए धन्यवाद दिया।
सभा ने कार्डिनल को एशियाई काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों के संघ (एफएबीसी) के अध्यक्ष चुने जाने पर उन्हें सम्मानित किया।
कार्डिनल ने कहा कि समर्पित जीवन जीनेवाले लोग महत्वपूर्ण ऐतिहासिक परिवर्तनों को सबसे पहले महसूस करते और पवित्र आत्मा के संकेतों पर ध्यान देते हैं। उन्होंने कहा, "आज भी, कलीसिया को आपकी नबी जैसी आवाज और कार्य की जरूरत है।"