संगीत समारोह और कला प्रदर्शनियों से जुबली के उद्घाटन की उल्टी गिनती शुरू

24 दिसंबर को पवित्र द्वार खुलने से पहले रोम, संगीत समारोहों और कला प्रदर्शनियों से भरा होगा, जिसमें वाटिकन संग्रहालयों की दुर्लभ प्रतिमाएँ और विश्व के सबसे पुराने ऑर्केस्ट्रा में से एक का संगीत समारोह भी शामिल होगा।

2025 में आशा की जयंती की शुरुआत से पहले, सुसमाचार प्रचार विभाग संगीत कार्यक्रमों और प्रदर्शनियों सहित विभिन्न कार्यक्रमों की मेजबानी कर रहा है। एक प्रेस सम्मेलन में, विभाग के प्रो-प्रिफेक्ट महाधर्माध्यक्ष रिनो फिसिकेला ने कुछ आगामी कार्यक्रमों के लिए कार्यक्रम की रूपरेखा बतलाई।

संगीतों के माध्यम से इतिहास जीवंत हो उठेगा
3 नवंबर से शुरू होनेवाले संगीत कार्यक्रमों की एक श्रृंखला जुबली की उल्टी गिनती शुरू करेगी। शाम 6 बजे कॉनचिल्सियोने ऑडिटोरियम में, अकादेमिया नासियोनाले दी सांता सेसिलिया संगीत प्रदर्शन करेंगे।

कार्यक्रम “जुबली संस्कृति है” के लिए संगीत कार्यक्रमों और प्रदर्शनों के संग्रहाध्यक्ष, डॉ. डेविड मैम्ब्रियानी ने इस संगीत कार्यक्रम को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि चूँकि अकादमी का “वाटिकन और परमाध्यक्षीय कार्यालय के साथ एक विशेष संबंध है, क्योंकि इसकी स्थापना 1585 में हुई थी, जब पोप सिक्सतुस 5वें ने संगीतकारों की मंडली की स्थापना करते हुए आदेश पत्र ‘रातियोने कॉन्ग्रुइट’ प्रकाशित किया था।”

"हम सभी एक ही संदेश के वाहक हैं"
जुबली से पहले एक और प्रमुख कार्यक्रम वाटिकन संग्रहालयों से विभिन्न दुर्लभ चिह्नों की प्रदर्शनी है। ग्रीस, बुल्गारिया, यूक्रेन और मसेडोनिया सहित पूर्वी यूरोप के सभी हिस्सों से 18 अलग-अलग चिह्नों को चुना गया है। महाधर्माध्यक्ष फिसिकेला का कहना है कि यह प्रदर्शनी "विशेषज्ञों के साथ दो साल के परिश्रम का फल है।"

वाटिकन म्यूजियम की निदेशक बारबरा जट्टा ने कहा कि इन सभी चिह्नों को एक साथ इकट्ठा करना शांति और भाईचारे की अभिव्यक्ति है, क्योंकि यह दर्शाता है कि “हम सभी एक ही संदेश के वाहक हैं।” ये चिह्न 14 दिसंबर से 16 फरवरी तक संत अग्नेस गिरजाघर में प्रदर्शित किए जाएँगे।

कला में ख्रीस्तीय धर्म
पहली बार, पेंटिंग, "श्वेत क्रूस", अमेरिका के शिकागो स्थित कला संस्थान से रोम में प्रदर्शित की जाएगी। यह मार्क चैगल के कार्यों की श्रृंखला में पहला है जो येसु को एक यहूदी शहीद के रूप में दर्शाता है और 1930 के दशक में यहूदियों के उत्पीड़न को रेखांकित करता है। यह प्रदर्शनी 27 नवंबर से 27 जनवरी, 2025 तक नए म्यूजियो डेल कोर्सो - पोलो म्यूज़ेल में जनता के लिए खुली रहेगी। हर दिन सुबह 10 बजे से शाम 8 बजे तक प्रवेश निःशुल्क है।

तीसरा प्रदर्शन वाटिकन की 100 चरनी जिसे संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में स्तंभों के बीच प्रदर्शित किया जाएगा। हर साल, एक क्षेत्र या शहर को भागीदार के रूप में चुना जाता है। महाधर्माध्यक्ष फिसिचेला ने घोषणा की कि यह 8वाँ संस्करण रोम को समर्पित होगा। चरनियों को 8 दिसंबर से 6 जनवरी, 2025 तक खुला रखा जाएगा।

एक्सपो 2025 में वाटिकन मंडप
वाटिकन के सुसमाचार प्रचार विभाग के प्रो-प्रीफेक्ट ने अगले साल जापान के ओसाका में होनेवाले वर्ल्ड एक्सपो में वाटिकन की भागीदारी की भी घोषणा की। वाटिकन इटली के मंडप का हिस्सा होगा और इसमें वाटिकन संग्राहालय में सुरक्षित एकमात्र कारवाजो: द डिपोजिशन ऑफ क्राइस्ट (ख्रीस्त के दफन की तस्वीर) को प्रदर्शित किया जाएगा।