विश्व बाल दिवस के लिए पलाडिनो के 'आनन्द के क्रूस' का अनावरण होगा
प्रसिद्ध कलाकार मिम्मो पलाडिनो ने 25-26 मई को रोम में आयोजित विश्व बाल दिवस के लिए ख्रीस्तीय और परी कथा कल्पना का मिश्रण करते हुए 4 मीटर लंबा "आनन्द का क्रूस" बनाया है।
ट्रांसवेनगार्डिया आंदोलन के मुख्य प्रतिपादकों में से एक, मिम्मो पलाडिनो ने 4 मीटर लंबा क्रूस बनाया है, जिसे प्रथम विश्व बाल दिवस की शोभा बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
"द क्रॉस ऑफ जॉय" के रूप में पहचान प्राप्त इस कलाकृति को उन छवियों से सजाया गया है जो ख्रीस्तीय संस्कृति और परियों की कहानी दोनों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
25 और 26 मई को रोम में होनेवाले दो दिवसीय उत्सव के उद्घाटन समारोह में पलाडिनो के "क्रॉस ऑफ जॉय" का अनावरण किया जाएगा। आयोजन के बारे में बोलते हुए, पलाडिनो ने कहा कि "इतिहास में पहला 'क्रॉस ऑफ़ जॉय' बनाना मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है।" उन्होंने जोर दिया कि क्रूस विशेष रूप से बच्चों के लिए है चूँकि वे “इस अवसर के सच्चे सितारे हैं।” और ख्रीस्तीय संस्कृति के तत्वों को परी कथा रूपांकनों के साथ मिलाने का उनका निर्णय "उनकी और हमारी दोनों की कल्पनाओं को जगाने के लिए बनाया गया है।"
पलाडिनो को अपनी रचना पूरी करने में एक महीना लगा, और एक बच्चे के दिमाग की रचनात्मकता के साथ-साथ ख्रीस्तीय धर्म के समृद्ध इतिहास का प्रतिनिधित्व विश्व बाल दिवस के लक्ष्य के बिल्कुल अनुरूप है: बच्चों की मासूमियत और रचनात्मकता की खुशी हर जगह मनाना मनाना और उन्हें प्रेरित करना।
पलाडिनो अत्यंत जिज्ञासु कलाकार हैं जो विभिन्न तकनीकों के साथ प्रयोग करते हैं जो अक्सर एक-दूसरे से बहुत भिन्न होती हैं। हालाँकि इस मामले में तकनीक पूरे काम में सुसंगत है, दो विपरीत विषय कलाकार की अलग-अलग शैली को दर्शाते हैं।
ओलंपिक स्टेडियम में अपनी उपस्थिति के बाद, रविवार 26 मई को कार्यक्रम के समापन के लिए क्रूस को संत पेत्रुस महागिरजाघर का प्राँगण लाया जाएगा, जिसके दौरान पोप फ्राँसिस बच्चों के साथ ख्रीस्तयाग अर्पित करेंगे।