वियतनामी कारितास, मानव तस्करी से भावी पीढ़ियों की रक्षा

वैश्विक स्तर पर मानव तस्करी के पीड़ितों की संख्या चार गुना से भी अधिक यानि 30,000 से बढ़कर लगभग 134,000 हो गई है और सबसे अधिक वृद्धि वियतनाम में देखी गई है।
स्तातिस्ता पत्रिका में इस वर्ष जून में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार 2008 तथा 2023 के बीच, वैश्विक स्तर पर मानव तस्करी के पीड़ितों की संख्या चार गुना से भी अधिक यानि 30,000 से बढ़कर लगभग 134,000 हो गई है और सबसे अधिक वृद्धि वियतनाम में देखी गई है।
कारितास के प्रयास
चूंकि वियतनाम सबसे अधिक संख्या में सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं वाले देशों में से एक है, इसलिए विश्वव्यापी काथलिक उदारता संगठन कारितास की वियतनामी शाखा देश के धर्मप्रांतों में युवाओं को मार्गदर्शन प्रदान करके आगे के मामलों को रोकने का प्रयास कर रही है।
वियतनामी कारितास की सि. तेरेसा निन खान हाओ बताती हैं कि आजकल तस्करों को, पीड़ितों को लुभाने और ठगने के लिए, उनसे शारीरिक रूप से मिलने की ज़रूरत नहीं होती। सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म अपराधियों के लिए "उपजाऊ ज़मीन" बन गए हैं। ऑनलाइन घोटालों के कारण कई वियतनामी लोग कंबोडिया, लाओस, म्यांमार और चीन जैसे पड़ोसी देशों में पलायन कर गए हैं, जिससे राष्ट्रीय संकट और गंभीर सामाजिक समस्याएँ उत्पन्न हो रही हैं।
भावी पीढ़ियों की रक्षा
सि. तेरेसा ने 100 से अधिक किशोरों से मुलाकात की और उन्हें धोखाधड़ी और मानव तस्करी के प्रति जागरूक करने का प्रशिक्षण दिया। वे बताती है कि वियतनाम के ऐसे बहुत से इलाके हैं जहाँ सुरक्षित प्रवास और मानव तस्करी के बारे में लोग जागरूक नहीं हैं क्योंकि जानकारी तक पहुँच सीमित है।
वियतनामी कारितास असुरक्षित आप्रवास और मानव तस्करी की रोकथाम के लिए गठित समिति के माध्यम से मार्गदर्शन और विश्वसनीय जानकारी प्रदान करता है, जिसमें विशेष रूप से ऑनलाइन पाई जाने वाली ग़लत सूचनाओं से निपटने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
बदलाव की दिशा में
ग़ौरतलब है कि 2024 में, कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा मानव तस्करी के लगभग 163 मामलों का पता लगाया गया और 2025 की पहली छमाही में 120 मामले सामने आए हैं, जिनकी जाँच पड़ताल जारी है।
परमधर्मपीठीय सुसमचार प्रचाक एजेन्सी फीदेस के अनुसार, वियतनाम उन देशों में से एक है जहाँ इंटरनेट और सोशल मीडिया उपयोगकर्ता कुल जनसंख्या का 73 प्रतिशत हैं। इनमें 17% उपयोगकर्ता 13 से 24 वर्ष की आयु के हैं। वियतनाम के लगभग दो करोड़ 70 लाख बच्चों में से लगभग 97% प्रतिदिन लगभग 5 से 7 घंटे इंटरनेट का उपयोग करते हैं।
कारितास की प्रवक्ता सि. तेरेसा का कहना है कि मार्गदर्शन और विश्वसनीय जानकारी के बिना ये किशोर और युवा सोशल मीडिया की लगातार बढ़ती दुनिया में ऑनलाइन घोटालों और मानव तस्करी के बढ़ते ख़तरों के शिकार हो सकते हैं।