पोप फ्रांसिस ने किया सिंगापुर की ओर प्रस्थान

तिमोर-लेस्ते में अपनी तीन दिवसीय प्रेरितिक यात्रा पूरी कर यात्रा के अन्तिम चरण में पोप फ्राँसिस ने बुधवार तड़के डिली के अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से सिंगापुर के लिये प्रस्थान किया तथा लगभग चार घंटे बाद वे सिंगापुर के चांगी अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे उतरे।

विश्व के सर्वाधिक काथलिक बहुल देशों में से एक, तिमोर लेस्ते  में मंगलवार सन्ध्या पोप फ्राँसिस ने डिली के कन्वेनशन सेन्टर में लगभग तीन हज़ार युवा प्रतिनिधियों से मुलाकात कर उन्हें अपना सन्देश दिया। सार्वभौमिक काथलिक कलीसिया के परमधर्मगुरु पोप फ्राँसिस ने 02 सितम्बर को एशिया एवं ओशियाना के देशों में अपनी 11 दिवसीय प्रेरितिक यात्रा शुरु की थी, जो इटली से बाहर उनकी 75 वीं प्रेरितिक यात्रा है। इन्डोनेशिया, पापुआ न्यू गिनी तथा तिमोर लेस्ते के उपरान्त पोप ने बुधवार को डिली के स्थानीय समयानुसार 12 बजकर 25 मिनट पर यात्रा के अन्तिम पड़ाव सिंगापुर के लिये प्रस्थान किया। लगभग चार घंटे बाद सिंगापुर चांगी अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरने की उम्मीद है।

सिंगापुर
आधिकारिक तौर पर सिंगापुर गणराज्य कहलाया जानेवाला सिंगापुर, दक्षिण पूर्व एशिया का एक द्वीप देश,  शहर और राज्य है। यह मलय प्रायद्वीप के दक्षिणी सिरे पर, पश्चिम में मलक्का एवं इंडोनेशिया में रियाउ द्वीप, पूर्व में दक्षिण चीन सागर तथा उत्तर में मलेशिया से घिरा हुआ देश है। देश में एक मुख्य द्वीप, 63 उपग्रह द्वीप और टापू तथा एक बाहरी टापू शामिल हैं। व्यापक भूमि सुधार परियोजनाओं के परिणामस्वरूप देश की स्वतंत्रता के बाद से इनका संयुक्त क्षेत्र लगभग 25% बढ़ गया है। एक छोटा द्वीप देश होने के बावजूद सिंगापुर विश्व के किसी भी देश की तुलना में तीसरा सबसे अधिक जनसंख्या घनत्व वाला देश है। व्यापार और उद्योग में निपुण सिंगापुर एक  बहुसांस्कृतिक आबादी वाला देश भी है।

देश के प्रमुख जातीय समूहों की सांस्कृतिक पहचान को मान्यता देने के लिए, सिंगापुर में चार आधिकारिक भाषाएँ बोली जाती हैं: अंग्रेज़ी, मलय, मंदारिन और तमिल। अंग्रेज़ी आम भाषा है, जिसका कई सार्वजनिक सेवाओं में विशेष उपयोग होता है। राष्ट्र के संविधान में शिक्षा, आवास और राजनीति में राष्ट्रीय नीतियों को आकार देना प्रमुख है।

कार्यक्रम
सिंगापुर में स्वागत समारोह के बाद सन्त पापा फ्रांसिस, सेंट फ्रांसिस ज़ेवियर रिट्रीट सेंटर जाएंगे, जहां वे सिंगापुर में अपनी यात्रा के समय रहेंगे। सिंगापुर में तीन दिवसीय प्रेरितिक यात्रा के दौरान पोप फ्राँसिस अपना पहला दिन देश में सेवारत येसु धर्मसमाजी जेसुइट भाइयों के साथ एक निजी मुलाकात कर व्यतीत करेंगे। सन्त पापा फ्राँसिस के सार्वजनिक कार्यक्रम गुरुवार को ही शुरू होंगे जब वे सिंगापुर के राजकीय विश्वविद्यालय में देश के राजनेताओं, वरिष्ठ नागर अधिकारियों तथा यहा कार्यरत राजनयिक कोर से मुलाकात कर उन्हें अपना सन्देश देंगे तथा राष्ट्रीय स्टेडियम में सिंगापुर के काथलिकों के लिये पवित्र ख्रीस्तयाग अर्पित करेंगे। सन्त पापा फ्रांसिस शुक्रवार, 13 सितंबर तक सिंगापुर में रहेंगे तथा वहाँ से एशिया एवं ओसियाना की अपनी 11 दिवसीय प्रेरितिक यात्रा का समापन करते हुए पुनः वाटिकन लौटेंगे। सिंगापुर में उनकी यात्रा का आदर्श वाक्य "एकता और आशा" है।