पोप : थाईलैंड स्कूल बस दुर्घटना से मर्माहत
पोप फ्रांसिस ने बैंकॉक थाईलैंड के निकट बस दुर्घटना के शिकार परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त हुए पीड़ितों के लिए प्रार्थना की।
पोप फ्रांसिस ने 01 अक्टूबर को बैंकॉक के बाहरी इलाके में एक बस में आग लगने के कारण मारे गए 20 स्कूली बच्चों और तीन शिक्षकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की।
यह बस उत्तरी बैंकॉक के विज्ञान संग्रहालय की यात्रा पर थी जो उत्तरी प्रांत उथाई थानी के वाट खाओ फ्राया संगखाराम स्कूली बच्चों को ले जा रही तीन बसों में से एक थी।
थाई राजधानी के एक राजमार्ग पर वाहन में अचानक आग लग गई, जिसमें किंडरगार्डन से लेकर युवा किशोर बच्चे सवार थे जिनकी संख्या 38 थी जिसमें छः शिक्षक भी थे।
घटना के संबंध में अधिकारियों ने बताया कि यह हादसा तब हुई जब दोपहर के भोजन समय मुख्यमार्ग पर बस का एक टायर फट गया, जिससे बस बैरियर से टकराई और उसमें आग लग गई। इस भयानक दुर्घटना में बचे कुछ बच्चों ने बताया कि उनके शरीर के कई हिस्सों बुरी तरह जल गये। इस भयवाह दुर्घटना में मरे गये बच्चों की दफन 03 अक्टूबर को किया गया।
पोप की संवेदना
वाटिकन राज्य के सचिव कार्डिनल पियेत्रो परोलीन ने पोप ने नाम एक टेलीग्राम प्रेषित किया जिसमें पोप ने इस घटना पर गहन शोक व्यकत किया। “मैं इस त्रासदी से पीड़ित सभी लोगों के लिए प्रार्थना करता हूँ, विशेष रूप से उन परिवारों के लिए जो अपने बच्चों को खोने के कारण शोकित हैं,” मैं इस हादसे में मृतकों की आत्माओं को "सर्वशक्तिमान की दया के सुपर्द करता हूँ।” संत पापा ने त्रासदी से प्रभावित सभी लोगों पर “शक्ति, शांति और सांत्वना की दिव्य कामना” करते हुए अपने संदेश का समापन किया।
पुलिस ने बस के ड्राइवर को दुर्घटना के संबंध में लापरवाही बरतने के आरोप में हिरासत में लिया है। वे यह भी जांच कर रहे हैं कि क्या बस में ईंधन भरने वाले संपीड़ित गैस टैंकों के कारण आग लगी है, क्योंकि वाहन में इतनी तेज़ी से आग लगी कि उसमें सवार लोगों में आधे से अधिक लोगों को नहीं बचाया जा सका।
यह दुर्घटना थाईलैंड में एक दशक में हुई सबसे घातक सड़क दुर्घटनाओं में से एक मानी जा रही है, जो दुनिया के सबसे खराब यातायात सुरक्षा रिकॉर्ड में से एक है, जहाँ हर साल लगभग 20,000 मौतें सड़क दुर्घटना में हो जाती हैं।