पोप की यात्रा की तैयारी में जुटा पापुआ न्यू गिनी का काथलिक समुदाय
पापुआ न्यू गिनी के लोग प्रार्थना, चिंतन और विचार-विमर्श के द्वारा देश में पोप फ्राँसिस की आगामी प्रेरितिक यात्रा की तैयारी कर रहे हैं।
पापुआ न्यू गिनी में अपनी प्रेरितिक यात्रा में पोप फ्राँसिस करीब 48 घंटे रुकेंगे, फिर भी, कई कार्यक्रमों में भाग लेंगे। जैसे - गवर्नर जनरल एवं प्रधानमंत्री से मुलाकात, सरकारी अधिकारियों, नागरिक समाज और राजनयिक कोर के साथ बैठक, कारितास द्वारा संचालित स्कूल के बच्चों से मुलाकात। वहाँ के धर्माध्यक्षों, पुरोहितों, धर्मसंघियों, धर्मबहनों, सेमिनारी छात्रों और प्रचारकों से भी उनकी मुलाकात होगी और अंत में वे पापुआ न्यू गिनी में अपनी प्रेरितिक यात्रा का समापन पवित्र मिस्सा बलिदान से करेंगे।
फिदेस एजेंसी के अनुसार, इस ऐतिहासिक घटना का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। पापुआ न्यू गिनी की यात्रा पोप जॉन पॉल द्वितीय ने 1995 में की थी। पोप फ्राँसिस को चार साल पहले वहां जाना था, लेकिन महामारी ने सब कुछ अवरुद्ध कर दिया।
यात्रा की घोषणा के बाद से ही, पल्लियों और समुदायों में प्रार्थना, धर्मशिक्षा तथा प्रशिक्षण आदि कार्यक्रमों के द्वारा तैयारी शुरू हो चुकी है, जिससे यह समझने में मदद मिलती है कि काथलिक कलीसिया के परमधर्मगुरू न केवल एक आध्यात्मिक गुरू हैं, बल्कि एक राष्ट्राध्यक्ष भी है। वे न केवल राजधानी पोर्ट मोरेस्बी का दौरा करेंगे, बल्कि लगभग 10 हजार निवासियों वाले एक छोटे से शहर वानिमो का भी दौरा करेंगे, जहां एक समृद्ध काथलिक समुदाय है, जो मिशनरियों से भरा है।
पापुआ न्यू गिनी में परमधर्मपीठीय मिशन सोसाईटी के राष्ट्रीय निदेशक और दिव्य वचन को समर्पित सोसाईटी के भारतीय मिशनरी फादर विक्टर रॉक ने पिदेस न्यूज को बतलाते हुए कहा, “लोग उत्सुक हैं और अधिक जानना चाहते हैं। लेकिन विश्वासियों को तैयार करने के लिए, पुरोहितों को भी मिलना होगा, चिन्तन करना तथा आध्यात्मिक रूप से तैयार होना होगा। यही कारण है कि पोर्ट मोरेस्बे में पुरोहितों की आध्यात्मिक साधना हुई जिसका संचालन पोर्ट मोरेस्बे के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल जॉन रिबात ने की और बोगेनविले के बिशप ने आध्यात्मिक साधना में प्रवचन दिया, जो प्रार्थना करने एवं विभिन्न पहलों पर चर्चा करना का भी अवसर बना।
क्योंकि यह सच है कि अगर "लोग और अधिक जानना चाहते हैं", तो यह जानना जरूरी है कि किसी खास संदर्भ में पोप की यात्रा की खूबसूरती को कैसे अच्छी तरह से व्यक्त किया जाए। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, पापुआ न्यू गिनी में शहरों में रहनेवाले लोगों की आबादी बहुत कम है अर्थात् सिर्फ 13.2%।
द्वीप में शहरीकरण की दर 2.51% है और आबादी का एक बड़ा हिस्सा निरक्षर है, जिससे पुरोहितों का प्रशिक्षण और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। कलीसिया की 2021 सांख्यिकीय वर्ष पुस्तिका के अनुसार, पूरे देश में कुल 304 धर्मप्रांतीय और 295 धर्मसमाजी पुरोहित हैं।