पूर्वी तिमोर में जारी पोप फ्राँसिस से मिलने की तैयारी
पूर्वी तिमोर द्वीप के पश्चिमी भाग में स्थित सबसे बड़ा शहरी केंद्र तथा पूर्वी नुसा तेंगारा के इंडोनेशियाई प्रांत की राजधानी, कुपांग के जीवंत शहर में, हज़ारों लोग इस समय 02 से 13 सितम्बर तक होनेवाली पोप फ्राँसिस की आगामी प्रेरितिक यात्रा की तैयारी में जुटे हैं।
ग़ौरतलब है कि सार्वभौमिक काथलिक कलीसिया के परमाध्यक्ष पोप फ्राँसिस 02 सितम्बर से 13 सितम्बर तक इंडोनेशिया, पापुआ न्यू गिनी, तिमोर-लेस्ते और सिंगापुर का दौरा करेंगे।
कुपांग के काथलिक महाधर्माध्यक्ष हिरोनिमुस पाकेनोनी ने परमधर्मपीठीय सुसमाचार प्रचार परिषद की समाचार एजेन्सी फीदेस को बताया कि "पूर्वानुमान के अनुसार, कुपांग और अताम्बुआ धर्मप्रान्त से लगभग 10 हजार श्रद्धालु, दिली में टेसिमोलु एस्प्लेनेड में आयोजित पवित्र ख्रीस्तयाग में भाग लेने के लिए, द्वीप के दूसरे हिस्से में जाएंगे।"
उन्होंने बताया कि कुपांग महाधर्मप्रांत के श्रद्धालु राजधानी जकार्ता नहीं जाएंगे, जहां पोप 3 से 6 सितंबर तक पड़ाव करेंगे। उन्होंने कहा कि 10 घंटोंवाली जाकार्ता की मंहगी यात्रा करने के बजाय पूर्वी तिमोर तक पहुंचना कहीं अधिक आसान है इसलिये यह विकल्प चुना गया है।
कुपांग महाधर्मप्रान्त
कुपांग महाधर्मप्रांत के अन्तर्गत पश्चिम तिमोर का मध्य-पश्चिमी भाग तथा रोटी, सावू, सेमाउ और अलोर द्वीप आते हैं। महाधर्मप्रान्त की कुल आबादी 16 लाख है। ग़ौरतलब है कि इण्डोनेशिया 17 हज़ार द्वीपों से बना दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाला मुस्लिम बहुसंख्यक देश है।
कुपांग महाधर्मप्रान्त की स्थानीय आबादी का 60% प्रोटेस्टेंट ईसाई, लगभग 35% काथलिक धर्मानुयायी और केवल 3 से 4% इस्लाम धर्मानुयायी हैं। यहाँ की 35 पल्लियाँ कलीसियाई जीवन और प्रेरिताई में संलग्न हैं। महाधर्माध्यक्ष मोनसिग्नोर पाकेनोनी रेखांकित कर कहते हैं: "विश्वास जीवित है, हम इसे विशेष रूप से युवा लोगों के बीच देखते हैं। हम इसे बुलाहट से लेकर पौरोहित्य तक देखते हैं: लघु गुरुकल में 100 से अधिक छात्र हैं, और बड़े गुरुकुल में 90 छात्र अध्ययनरत हैं।
उन्होंने कहा, "सुसमाचार युवाओं को आकर्षित करना जारी रख रहा है", हाल ही में 14 युवा छात्रों ने उपयाजकीय शपथ ग्रहण की और अब वे पुरोहिताभिषेक कीतारी कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त, स्थानीय कलीसिया, प्राथमिक से लेकर हाई स्कूल तक, 90 से अधिक काथलिक स्कूलों का प्रबंधन कर रही है, जिनमें 53 धर्मसमाजों एवं धर्मसंघों का योगदान महान है।
पोप की यात्रा के विषय में महाधर्माध्यक्ष ने कहा, "सन्त पापा फ्राँसिस की उपस्थिति पुनर्मिलन और मेल-मिलाप के मार्ग को मंजूरी देने और उसपर मुहर लगाने में सक्षम होगी। उन्होंने कहा कि उनकी यात्रा न केवल काथलिक धर्मानुयायियों के लिये बल्कि पूरी आबादी के लिए हितकर सिद्ध होगी।
कलीसिया और सरकार
महाधर्माध्यक्ष पाकेनोनी ने बताया कि वे "काथलिकों को पोप फ्राँसिस की दिली यात्रा में भाग लेने में मदद करने हेतु इंडोनेशियाई सरकार के साथ सहयोग कर रहे हैं। हमने पुरोहितों, धर्मबहनों और विश्वासियों से पल्लियों में पंजीकरण करने के लिए कहा है।"
उन्होंने यहा भी बताया कि महाधर्मप्रान्त के कई लोगों के पास यात्रा के लिये उपयुक्त दस्तावेज़ नहीं है, जिसे संसाधित करने के लिए आव्रजन कार्यालय के साथ व्यवस्था की गई है, कई विश्वासियों के पास पासपोर्ट नहीं है जिनके लिये केवल उक्त दिनों के लिये एक विशेष परमिट तैयार किया जाएगा।
पूर्वी तिमोर को तिमोर-लेस्ते के नाम से भी जाना जाता है। आधिकारिक तौर पर लोकतांत्रिक गणराज्य तिमोर-लेस्ते, दक्षिण पूर्व एशिया का एक देश है, जिसने 2002 से स्वतंत्रता प्राप्त की है।