पाकिस्तान में अंतरधार्मिक शांति को बढ़ावा देने के लिए कार्डिनल कॉउट्स को सम्मानित किया गया
कराची के सेवानिवृत महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल जोसेफ कॉउट्स को विभिन्न धर्मों के लोगों के बीच शांति को बढ़ावा देने के प्रयासों के लिए पाकिस्तान का तमगा-ए-इम्तियाज पुरस्कार से समन्नानित किया गया है।
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने देश के 78वें स्वतंत्रता दिवस पर कराची के सेवानिवृत महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल जोसेफ कॉउट्स को तमगा-ए-इम्तियाज से सम्मानित किया।
पाक न्यूज़ के अनुसार 15 अगस्त को राष्ट्र के योगदान हेतु 104 व्यक्तियों को सम्मानित किया गया। तमगा-ए-इम्तियाज पाकिस्तान में किसी भी नागरिक को राष्ट्र के लिए उनके असाधारण योगदान के सम्मान में दिया जाता है। यह उन विदेशी नागरिकों को भी दिया जा सकता है जिन्होंने पाकिस्तान के लिए महान सेवा की है।
कार्डिनल कॉउट्स को विभिन्न धार्मिक समुदायों के बीच संवाद को बढ़ावा देने और सामाजिक कल्याण तथा अल्पसंख्यक अधिकारों को बढ़ावा देने के उनके प्रयासों के लिए सम्मानित किया गया है। उनकी पहलों ने पाकिस्तान भर में स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और सामुदायिक कल्याण को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित किया है।
अपने भाषण में, राष्ट्रपति जरदारी ने अंतरधार्मिक सद्भाव में कार्डिनल कॉउट्स के योगदान की सराहना की। राष्ट्रपति जरदारी ने राष्ट्र में शांति और समृद्धि पर कार्डिनल के प्रभाव को उजागर करते हुए कहा, "मानवता के लिए उनकी सेवा और विभिन्न धर्मों को एक साथ लाने में उनकी भूमिका सभी पाकिस्तानियों के लिए प्रेरणा है।"
पुरस्कार समारोह 23 मार्च, 2025 को निर्धारित है। अन्य सम्मानित व्यक्तियों में ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता अरशद नदीम और दिवंगत पर्वतारोही मुराद सदपारा शामिल थे, जिन्हें पर्वतारोहण में उनके योगदान के लिए मरणोपरांत सितारा-ए-इम्तियाज से सम्मानित किया गया।