देश में बलात्कार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन सड़कों पर झड़पों में बदल गया

कोलकाता में 28 अगस्त को हज़ारों प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई, जहाँ एक डॉक्टर की हत्या के लिए न्याय की मांग कर रहे प्रदर्शन राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के बीच हिंसक सड़क झड़पों में बदल गए।

9 अगस्त को कोलकाता के एक सरकारी अस्पताल में 31 वर्षीय डॉक्टर का खून से लथपथ शव मिलने से महिलाओं के खिलाफ़ हिंसा के पुराने मुद्दे पर पूरे देश में गुस्सा भड़क गया।

इससे पूरे भारत में हज़ारों आम नागरिकों द्वारा समर्थित डॉक्टरों और रैलियों द्वारा हड़तालें शुरू हो गईं, हालाँकि तब से कई डॉक्टर काम पर लौट आए हैं।

लेकिन पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में बार-बार होने वाले विरोध प्रदर्शन राज्य की सत्तारूढ़ अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (AITMC) और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच झड़पों में बदल गए हैं।

हिंदू-राष्ट्रवादी भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पार्टी है और राष्ट्रीय स्तर पर सत्ता में है, लेकिन पश्चिम बंगाल में विपक्ष में है।

भाजपा समर्थकों ने मारे गए डॉक्टर का जिक्र करते हुए नारे लगाए, "हमें न्याय चाहिए", फिर AITMC नेता ममता बनर्जी, मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की।

"वापस जाओ! वापस जाओ!" एआईटीएमसी समर्थकों ने बदले में नारे लगाए।

बनर्जी ने पार्टी के वफादारों की एक रैली में बोलते हुए भाजपा पर "गंदी राजनीति" करने और डॉक्टर की मौत का फायदा उठाने का आरोप लगाया।