गज़ा से बीमार और घायल बच्चे इलाज के लिए इटली पहुँचे

इस्राइल-हमास युद्ध से पीड़ित गजा के बीमार और घायल बच्चे फादर इब्राहीम फाल्टास द्वारा शुरू की गई पहल की बदौलत इटली पहुंचे हैं, जिनका इलाज इटली के अस्पतालों में किया जाएगा। यह पवित्र भूमि के संरक्षक फादर फाल्टस और इटली के समर्थन से संभव हुआ है।

एक विशेष उड़ान द्वारा गजा पट्टी से 11 बच्चों को सोमवार शाम रोम के चम्पिनो सैन्य हवाई अड्डा पहुंचाया गया, जो बड़े पैमाने पर बमबारी और लड़ाई से गंभीर रूप से बीमार अथवा घायल हैं। अगर वे गाजा में रुके होते, तो मौके पर इलाज करना असंभव नहीं तो मुश्किल जरूर होता।

बच्चों ने मिस्र की सीमा पार की और वहां से रोम के चम्पिनो हवाई अड्डा रवाना होने के लिए विमान पर सवार हुए। उनके साथ 18 साल से कुछ अधिक उम्र का एक युवक भी है।

इटली में, उन सभी का इलाज बाल चिकित्सा अस्पतालों में किया जाएगा, जिनमें इटली में वाटिकन द्वारा संचालित बम्बिनो जेसु अस्पताल भी शामिल है, इसके साथ-साथ जेनोआ में गैसलिनी, बोलोग्ना में रिज़ोली, और फ्लोरेंस में मेयर अस्पतालों में भी बच्चों का इलाज किया जाएगा।
इटली यूरोप का पहला देश है जो गज़ा में युद्ध से पीड़ित लोगों के लिए अंतरराष्ट्रीय राहत ऑपरेशन जारी किया है।

जनरल फ्रांसेस्को पाओलो फिल्योलो जो विभिन्न मंत्रालयों के बीच एक सहक्रियात्मक गतिविधि पर बात करते हैं, समझाया, "परसों, अस्पताल जहाज 'वुलकानो' का इटली के लिए प्रस्थान करने की बारी होगी, जो वर्तमान में मिस्र के तट पर लंगर डाले हुए है।"

यह 31 जनवरी को लगभग पचास नाबालिगों के साथ रवाना होगी और 4-5 दिनों में एक बैरीसेंट्रिक बंदरगाह पहुंच जाएगी, जो इस बात पर निर्भर करेगा कि बच्चों को अस्पताल में कहाँ भर्ती कराया जाएगा।

फरवरी में, काहिरा के अस्पताल में भर्ती अन्य बच्चों को इटली के अस्पतालों में ले जाने के लिए एक एयरलिफ्ट शुरू होगी। कल शाम, पेरूजा विश्वविद्यालय और सन मरिनो के अस्पतालों ने भी अपनी उपलब्धता दी।

फिल्योलो ने आश्वासन देते हुए कहा, "हम जितनों को ला सकते हैं, लायेंगे।”

जिस पहल ने गजा के बच्चों को इलाज के लिए इटली आने की अनुमति दी, उसे शुरू से ही पवित्र भूमि के संरक्षक फादर इब्राहिम फाल्टास का समर्थन प्राप्त था, जिन्होंने हाल ही में लोस्सेरवातोरे रोमानो को गज़ा के परिवारों के साथ अपनी प्रेरिताई के बारे में बताया था।

उनसे यह पूछे जाने पर कि घायल या बीमार बच्चों के लिए वे क्या कर रहे हैं, उन्होंने कहा था कि वे "तुरंत इटली की सरकारी संरचनाओं के साथ बातचीत किये और जल्द ही उन्हें उत्साहपूर्ण स्वीकृति मिली।"

वर्षों से स्थापित संबंधों के द्वारा, फादर फाल्टास "इस्रायली, फिलिस्तीनी और मिस्रवासी” के लिए एक गहन मध्यस्थता गतिविधि शुरू करने में सक्षम रहे।
सोमवार को 31वें सैन्य विमान में सवार होने के लिए बच्चों का इंतजार करते हुए फादर फाल्टस अपनी भावनाओं को नहीं रोक पाये और इसे उन्होंने “शांति का पहला चिन्ह कहा। शांति जिसके लिए सुनने और विनम्रता की आवश्यकता है।”

अपनी ओर से, चम्पनो में उपस्थित विदेश मामलों और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग मंत्री, श्री अंतोनियो तजानी ने वाटिकन मीडिया को बताया, "हमने इस्रायली अधिकारियों, फिलिस्तीनी राष्ट्रीय अधिकारियों और मिस्र के अधिकारियों के साथ गहनता से काम किया है। हमने इज़राइल में बृहस्पतिवार को बातचीत का निष्कर्ष निकाला। यह एक प्रतिबद्धता है जो हमने की है।"

उन्होंने कहा, “इटली निर्दोष पीड़ितों के साथ सहानुभूति व्यक्त करना अब भी जारी रखा है।”

अंत में, इटली में फ़िलिस्तीनी राजदूत, अबीर ओदेह ने अपना गहरा "आभार" व्यक्त किया, जिन्होंने कहा कि वे गाजा में क्रूर हमलों से पीड़ित इन बच्चों के स्वागत से "प्रभावित" हैं।

राजदूत ने कहा, "हम अपने नाबालिगों की मदद के लिए इटली की सरकार को धन्यवाद देते हैं। हमें उम्मीद है कि कई और बच्चों का स्वागत किया जाएगा।"