गज़ा शहर पर इस्राएल का हमला जारी है

जब इस्राएल गज़ा शहर में आक्रामक अभियान जारी रखा है, अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों का दावा है कि उसकी कार्रवाई नरसंहार के बराबर है।

इस्राएली सेना ने गज़ा शहर में आक्रमक अभियान जारी रखा है, जिसका घोषित उद्देश्य उग्रवादी हमास संगठन को नष्ट करना और दो साल के युद्ध के बाद भी बंधक रह रहे लोगों को छुड़ाना है।

रॉयटर न्यूज एजेंसी के अनुसार, निवासियों ने बताया कि इस्राएली सेना ने शहर के उपनगरों में बख्तरबंद गाड़ियाँ भेजीं और फिर उन्हें दूर से ही उड़ा दिया। इस्राएल ने अपने हमले तेज करते हुए शहर के निवासियों को तुरंत वहाँ से चले जाने की चेतावनी दी है। उनका दावा है कि वे पूरे शहर में हमास की सेना से लड़ रहे हैं और उन्होंने इलाके में कई सैन्य ठिकानों पर हमले किए हैं।

गज़ा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि पिछले 24 घंटों में इस्राएली सेना ने लगभग 100 फिलिस्तीनी मारे हैं। इसके अलावा मंत्रालय का कहना है कि कुपोषण और भूखमरी के कारण 9 लोग मरे हैं जिनमें 3 बच्चे भी हैं जिससे इस मामले में अब तक मरनेवालों की संख्या 348 हो गई है और जिनमें 127 बच्चे हैं।

इस्राएल ने इन आँकड़ों पर बहस करते हुए कहा है कि मौतें अन्य चिकित्सीय कारणों से हुईं।

इस बीच, अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों के एक समूह ने एक प्रस्ताव जारी किया है जिसमें दावा किया गया है कि "गज़ा में इस्राएल की नीतियाँ और कार्य, नरसंहार की कानूनी परिभाषा के अनुरूप हैं", साथ ही मानवता के विरुद्ध अपराध है और नरसंहार भी है।

नरसंहार विशेषज्ञों के संघ द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव को 86% मतदान सदस्यों का समर्थन प्राप्त था। नरसंहार के अपराध को "किसी राष्ट्रीय, जातीय, नस्लीय या धार्मिक समूह को पूर्ण या आंशिक रूप से नष्ट करने के इरादे से किए गए कृत्य" के रूप में परिभाषित किया गया है, जिसे द्वितीय विश्व युद्ध के नरसंहार के बाद नियमबद्ध किया गया था। इस्राएली अधिकार समूह बी'त्सेलेम और फिजिशियन फॉर ह्यूमन राइट्स-इस्राएल सहित अन्य संगठनों ने भी इस्राएल पर नरसंहार करने का आरोप लगाया है, जिसका इस्राएल पुरजोर खंडन करता है।

अक्टूबर 2023 में हमास उग्रवादियों द्वारा इस्राएल पर किए गए हमले के जवाब में इस्राएल ने गज़ा पट्टी में अपना सैन्य अभियान शुरू किया था। इस हमले में लगभग 1200 लोग मारे गए थे, जिनमें ज़्यादातर नागरिक थे और 251 लोग बंधक बनाये गए थे।

इस्राएली सैन्य अभियानों के दो वर्षों के दौरान, गजा के स्वास्थ्य मंत्रालय का दावा है कि 63,000 से ज़्यादा लोग मारे गए हैं। इस्राएल ने अपने आँकड़े दिए बिना इन आँकड़ों को चुनौती दी है।