गज़ा के बच्चों का दूसरा दल इलाज के लिए इटली पहुँचा
इटली का सैन्य अस्पताल जहाज "वुल्कानो" गज़ा से घायल और बीमार बच्चों के दूसरे दल को लेकर सोमवार को इटली का ला स्पेज़िया बंदरगाह पहुँचा। पवित्र भूमि के संरक्षक ने महत्वपूर्ण परियोजना के कार्यान्वयन के लिए खुशी व्यक्त की और बच्चों की पीड़ा के लिए दुःख प्रकट किया।
यात्रा पिछले शुक्रवार को मिस्र के अल हरीश से शुरू हुई थी जहाँ बच्चों को राफा सीमा पार करने के बाद लिया गया था।
सोमवार, 5 फरवरी को बंदरगाह में उनका स्वागत, इटली के विदेश मंत्री, अंतोनियो तजानी और पवित्र भूमि के संरक्षक, फादर इब्राहिम फाल्टास ने किया, जो परियोजना की शुरुआत से ही इसमें शामिल हैं, और विभिन्न तार्किक चुनौतियों पर काबू पाने के लिए मिस्र, फिलिस्तीनी और इजरायली संस्थानों के साथ समन्वय कर रहे हैं।
फादर फाल्टास ने खुशी और दुःख दोनों व्यक्त करते हुए कहा, "यह इस अभियान की सफलता के लिए बहुत खुशी का दिन है, लेकिन जिन दयनीय स्थितियों में ये बच्चे आए हैं, उन्हें देखकर गहरा दुःख भी है। उनमें से कुछ की हालत सचमुच गंभीर है।" और एम्बुलेंस ने उन्हें तुरंत निकटतम अस्पतालों में जो अभियान में भाग ले रहे हैं, स्थानांतरित कर दिया है।
फादर फाल्टस ने कहा, “इटली ने फिर एक बार अपना सबसे अच्छा चेहरा और मानवीय सहायता के लिए अपनी प्रतिबद्धता दिखायी है और जिसके लिए मैं मंत्री तजानी एवं उनके साथ सभी सैन्य एवं नागरिक अधिकारियों को धन्यवाद देता हूँ जिन्होंने अपना सहयोग दिया है।”
पवित्र भूमि के संरक्षक फादर ने गज़ा में तत्काल चिकित्सा देखभाल की आवश्यकता वाले बच्चों की बड़ी संख्या देखते हुए, कार्य में विस्तार होने की उम्मीद जतायी।
इटली के कई अस्पतालों द्वारा व्यक्त की गई भाग लेने की इच्छा का स्वागत करते हुए, उन्होंने स्वीकार किया कि यह एक बड़े पैमाने के ऑपरेशन की शुरुआत हो सकती है। पट्टी के दक्षिणी भाग में चल रही बमबारी और राफा तक उनके विस्तार ने स्थिति को और अधिक चुनौतीपूर्ण बना दिया है।
भावुक होते हुए फादर फाल्टस ने आगे कहा, “आज सुबह, मैं सिर्फ 4 महीने से लेकर 18 महीने के बच्चों को देखकर, अत्यन्त भावुक महसूस किया, जो यहाँ अकेले आए हैं क्योंकि उन्होंने सभी को खो दिया है। कुछ लोगों ने मुझे बतलाया कि उन्हें उनके घरों के मलबे से बचाया गया है। दुर्भाग्य से, कोई भी कर्मचारी अरबी नहीं बोल सकता है इसलिए वे तुरन्त मेरे करीब आ गये और वे मुझे छोड़ना नहीं चाहते हैं। एक छोटा बच्चा मुझे पिताजी पुकारता है। हमें इस अभियान को जारी रखना होगा; गज़ा में अभी भी बहुत दुःख है और उन्हें ध्यान दिये जाने की जरूरत है।"
सोमवार को इटली पहुँचनेवाले बच्चे, उन बच्चों से मिले जो 29 जनवरी को हवाई जहाज के माध्यम से चम्पिनो हवाई अड्डे पर रोम पहुँचे थे।
बच्चों को देशभर के विभिन्न बाल चिकित्सा अस्पतालों में स्थानांतरित कर दिया गया है, जिनमें मेयर और गैसलिनी, साथ ही बोलोग्ना में रिज़ोली और रोम में बम्बिनो जेसु अस्पताल शामिल हैं, जिन्होंने श्रेणीकरण और प्रारंभिक स्वागत का काम संभाला है।