काथलिक सांसद, आम भलाई पर ध्यान केंद्रित करें
दक्षिण कोरिया की नेशनल असेंबली के गिरजाघर में आयोजित एक सामूहिक प्रार्थना में, महाधर्माध्यक्ष पीटर चुंग सून-टैक ने काथलिक सांसदों से देश में मौजूदा राजनीतिक और आर्थिक संकट को दूर करने हेतु पार्टी हितों से ऊपर उठ कर कार्य करने का आह्वान किया।
सियोल के महाधर्माध्यक्ष पीटर चुंग सून-टैक ने दक्षिण कोरियाई काथलिक सांसदों से आग्रह किया कि वे देश की मौजूदा राजनीतिक उथल-पुथल और आर्थिक चुनौतियों के बीच आम भलाई को प्राथमिकता देते हुए जनता के हित में कार्य करें।
यह संकट पूर्व राष्ट्रपति यूं सुक येओल द्वारा 3 दिसंबर, 2024 को मार्शल लॉ की अल्पकालिक घोषणा के बाद शुरू हुई, जिसके कारण व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए और अंततः उनके खिलाफ महाभियोग चलाया गया। इस स्थिति ने देश में आर्थिक अस्थिरता को बढ़ा दिया है, खास कर इसके कारण छोटे व्यवसायों और नागरिकों को प्रभावित होना पड़ा है जो अपनी आजीविका चलाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं से राजनीतिक स्थिरता
महाधर्माध्यक्ष चुंग के लिए नेशनल असेंबली के प्रार्थनालय में आयोजित एक विशेष यूख्रारिस्तीय समारोह में देश के नेताओ को पार्टी हितों से परे जाने और पूरे देश को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से दीर्घकालिक नीतियों पर ध्यान केंद्रित करते हुए मौजूदा संकट को दूर करने के लिए सहयोग करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने अपने प्रवचन में कहा, “चाहे कोई भी पार्टी सरकार में हो या विपक्ष में, हमें लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के माध्यम से राजनीतिक स्थिरता को जितनी जल्द हो सके बहाल करने की जरुरत है।”
फिदेस समाचार के अनुसार, राष्ट्रीय असेंबली की काथलिक समिति के कुल काथलिक सांसदों की कुल संख्या 26 है जिन्होंने इस प्रार्थना सभा में भाग लिया, जिनमें कोरिया की डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्य, अध्यक्ष किम ब्युंग-की, पीपुल्स पावर पार्टी के सदस्य, वरिष्ठ उपाध्यक्ष चोई ह्युंग-डू, कोरिया की डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्य, पार्क सू-ह्युन, पीपुल्स पावर पार्टी के ही ना क्यूंग-वोन और न्यू रिफॉर्म्ड पार्टी के प्रतिनिधि ली जुन-सोक शामिल थे।
आस्था, आपसी सम्मान और सहयोग का महत्व
महाधर्माध्यक्ष ने अपने प्रवचन में राजनीतिक नेताओं का मार्गदर्शन करते हुए आस्था की भूमिका पर प्रकाश डाला और उन्हें विभाजन के बजाय सद्भाव और सह-अस्तित्व को बढ़ावा देने का आग्रह किया।
उन्होंने राष्ट्रपति कार्यालय में नेशनल असेंबली के स्पीकर वू वोन-शिक से मुलाकात की और दक्षिण कोरिया में व्याप्त संकटों पर चर्चा की, जिसमें मार्शल लॉ विवाद, महाभियोग की कार्यवाही और पिछले साल के अंत में एक हवाई दुर्घटना शामिल थी।
वू ने महाधर्माध्यक्ष के आपसी सम्मान और मानवीय नेतृत्व के आह्वान की सराहना की। इसके अलावे, महाधर्माध्यक्ष और प्रवाक्ता वू ने सियोल में आगामी विश्व युवा दिवस पर चर्चा की, जिसका आयोजन 2027 में होने वाला है। वू ने इस आयोजन के बारे में आशा व्यक्त किया कि यह दक्षिण कोरिया के लोकतांत्रिक मूल्यों और जीवन शक्ति को प्रदर्शित करने का एक अवसर होगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि नेशनल असेंबली इस पहल को अपना समर्थन देगी।