एस्तोनिया काथलिक विश्वास की शताब्दी

एस्तोनिया के प्रेरितिक प्रशासन की स्थापना की 100वीं वर्षगांठ के अवसर पर पोप फ्रांसिस ने तेलिन प्रांत के धर्माध्यक्ष फिलिप जीन-चार्ल्स जॉर्डन को एक पत्र भेजते हुए छोटी कलीसिया के कार्यों की प्रशंसा की।

एस्तोनिया में प्रेरितिक प्रशासन की शताब्दी की यादगारी में पोप फ्रांसिस ने एस्तोनिया की “छोटी लेकिन जीवंत कलीसिया” की प्रशंसा करते हुए एक संदेश भेजा।

एस्तोनिया के प्रेरितिक प्रशासन की स्थापना की 100वीं वर्षगांठ के अवसर पर पोप फ्रांसिस ने तेलिन प्रांत के धर्माध्यक्ष फिलिप जीन-चार्ल्स जॉर्डन को एक पत्र भेजा। प्रेरितिक प्रशासन एक काथलिक समुदाय है जिसे संत पापा ने धर्मप्रांत का दर्ज नहीं दिया है और यह एक प्रेरितिक प्रशासक द्वारा शासित होता है।

पोप फ्रांसिस ने अपने संदेश के शुरू में 2018 में एस्तोनिया की अपनी यात्रा की याद दिलाई और इसे अति महत्वपूर्ण क्षण करार देते हुए कहा, “यह काथलिक धर्म की दृढ़ निष्ठा की एक शताब्दी का प्रतीक है।” उन्होंने एस्तोनिया के “छोटे लेकिन जीवंत कलीसिया” की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह “देश भर में असंख्य पुरुषों और महिलाओं के लिए करुणा और आध्यात्मिक पोषण का स्रोत” है।

विश्वास का साक्ष्य
अपने पत्र में पोप ने ईश सेवक महाधर्माध्यक्ष एडुआर्ड प्रॉफिटलिच के उदाहरण की याद करते हुए लिखा  “उनका ख्रीस्त के प्रति साक्ष्य और अपनी रेवाड़ के करीब रहने की दृढ़ता, यहां तक ​​कि लोहू गवाह होने तक, बीज बोए जाने की भांति रहा, जो आज फललित हो रहा है।” पोप ने अपनी इच्छा व्यक्त करते हुए कहा कि महाधर्माध्यक्ष की शहादत और विरासत “पुरोहितों, धर्मसंधियों, लोकधर्मिकयों और वर्तमान पीढ़ी” को आनंद से प्रेरितिक कार्य करने हेतु प्रेरित करेगा।

पोप ने अपनी आशा व्यक्त करते हुए कहा कि यूरोप में युद्ध की स्थिति मे एस्तोनियाई काथलिक “शांति, न्याय, एकजुटता और हर इंसान की गरिमा में निहित समाज” बनाने की कोशिश कर रहे हैं, अपने इस प्रेरितिक लक्ष्य को हासिल करने के लिए “वे अन्य ईसाई समुदायों के पुरुषों और महिलाओं के साथ मिलकर काम करेंगे”। उन्होंने एस्तोनिया की कलीसिया के लिए चुनौती प्रस्तुत करते हुए कहा कि वे “शरणार्थियों अति संवेदनशील लोगों तथा अत्यधिक ज़रूरतमंदों को न भूलें, बल्कि उनकी ओर मित्रता के हाथ बढ़ायें।

एक ऐतिहासिक शुरुआत
पोप पियुस 9वें  ने 1924 में एस्तोनिया में प्रेरितिक प्रशासन की स्थापना की, जब देश में केवल 2,000 ख्रीस्तीय थे। आज, देश के 1.3 मिलियन अबादी में ख्रीस्तीयों की संख्या लगभग 1% हैं जबकि 60% एस्तोनियाई लोग किसी धर्म को नहीं मानते हैं।

इस साल 26 सितंबर को, पोप फ्रांसिस ने एस्तोनिया में प्रथम काथलिक धर्मप्रांत की स्थापना की जब उन्होंने देश के प्रेरितिक प्रशासन को धर्मप्रांत का दर्जा दिया। पूरे एस्टोनिया तेलिन केवल एक धर्मप्रांत के अंतर्गत आता है जिसके प्रेरितिक प्रशासक, धर्मध्यक्ष फिलिप जीन-चार्ल्स जॉर्डन को धर्मप्रांत का पहला धर्माध्यक्ष नियुक्त किया गया है।