पापुआ न्यू गिनीः बच्चों द्वारा पोप के स्वागत की तैयारी

आगामी प्रेरितिक यात्रा में पापुआ न्यू गिनी के बच्चों द्वारा संत पापा फ्रांसिस के स्वागत की तैयारी चल रही है।

पोप फ्रांसिस के स्वागत में पापुआ न्यू गिनी के, 70 बच्चों का एक दल जो स्वर्ग की रानी परियोजना से जुड़े हैं, पांच मिनट के लिए वामिनो में एक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे।

सितम्बर महीने में पोप की होने वाली प्रेरितिक यात्रा की तैयारी अपनी चरम पर है। इस क्रम में पापुआ न्यू गिनी के 70 बच्चों का एक दल उनके स्वागत में पांच मिनट का एक कार्यक्रम की तैयारी में संलग्न है।

पुरोहित मिगुएल डे ला कैले जो क्यूओपी ऑर्केस्ट्रा के संचालक हैं, ने बतलाया कि बच्चे 8 सितंबर को वेनिमो में संत पापा के लिए वाद्ययंत्र बजाते हुए अपने संगीत और गायन की प्रस्तुति देंगे।  राष्ट्रीय समाचार पत्र द नेशनल के दिये गये अपने साक्षात्कर में पुरोहित मिगुएल ने कहा कि “स्वर्ग की रानी” ऑर्केस्ट्रा के बच्चे अपने में बहुत अधिक उत्साहित हैं  क्योंकि संत पापा व्यक्तिगत रुप में उन्हें सुनने वाले हैं।

उन्होंने कहा कि बच्चे संत पापा फ्रांसिस का इंतजार करेंगे जो विश्वासियों को आशीर्वाद देने के लिए वेनिमो में 13 किलोमीटर की गोल्फ कार्ट की सवारी करते हुए प्रस्तुति स्थल तक पहुंचेंगे।
संगीतज्ञ जीसस ब्रिसेनो, जो बच्चों के दल का संचालन करेंगे, 5 मिनट के इस संगीत कार्यक्रम को “शुद्ध सोना” की संज्ञा दी और कहा कि वे संत पापा के लिए “संगीत के दो टुकड़ों” की तैयारी कर रहे हैं।

पोर्ट मोरेस्बी के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल जॉन रिबाट ने संत पापा फ्रांसिस की पापुआ न्यू गिनी की यात्रा को “आशीर्वाद” घोषित किया। उन्होंने कहा कि संत पापा न केवल काथलिक कलीसिया के अधिकारी स्वरूप नहीं बल्कि राज्य के प्रमुख स्वरूप हमारे यहाँ आयेंगे।

महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि पोप इस वर्ष 88 साल के हो जायेंगे, उनका स्वास्थ्य शत-प्रतिशत नहीं है जिसके कारण वे व्हीलचेर पर होंगे। “इस उम्र में और अपनी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के बावजूद, उनका प्रेरितिक यात्रा करना एक बहुत बड़ा फैसला है जो कलीसिया के प्रति प्रेम और उनके लगाव को व्यक्त करता है।”

कार्डिनल रिबात ने विश्वासियों को याद दिलाया कि संत पापा सिर्फ “आपके और मेरे जैसे ही एक व्यक्ति हैं।” हालाँकि, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि "यदि ईश्वर ने उन्हें दुनिया में इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए चुना है, तो हमें उनके स्वागत हेतु अच्छी तैयारी करने की आवश्यकता है।”