जयन्ती वर्ष 2025 के समय पवित्र द्वार पर वाटिकन का स्पष्टीकरण

वाटिकन ने घोषणा की कि जयन्ती वर्ष 2025 के अवसर पर केवल रोम स्थित चार महागिरजाघरों तथा एक बन्दीगृह के द्वारों को विधिवत खोला जायेगा। परमधर्मपीठीय सुसमाचार प्रचार सम्बन्धी परिषद ने रोम के अलावा अन्य स्थानों पर पवित्र द्वार खोलने के संबंध में विशेष मार्गदर्शन दिया है।

'आशा निराश नहीं करती'
परमधर्मपीठीय सुसमचार प्रचार परिषद के स्पष्टीकरण में इस तथ्य की पुष्टि की गई है कि 2025 में मनाई जानेवाली आगामी साधारण जयंती से पहले, सन्त पापा फ्रांसिस ने 'स्पेस नॉन कॉन्फुन्डिट' अर्थात् 'आशा निराश नहीं करती' शीर्षक से प्रकाशित अपने ''बल ऑफ इंडिक्शन'' में यह संकेत दिया है कि रोम स्थित सन्त पेत्रुस महागिरजाघर तथा अन्य तीन परमाध्यक्षीय महागिरजाघर यानि रोम स्थित मरियम महागिरजाघर, जॉन लातेरान महागिरजाघर तथा रोम की दीवारों के बाहर स्थित सन्त पौल महागिरजाघर के पवित्र द्वारों को विधिवत् खोला जायेगा। इनके अतिरिक्त, सन्त पापा फ्राँसिस द्वारा व्यक्तिगत रूप से अभिव्यक्त इच्छा के अनुरूप, रोम के एक बन्दीगृह का दरवाज़ा भी खोला जायेगा, ताकि कैदियों को निकटता का एक ठोस संकेत दिया जा सके।

"पवित्र वर्ष 2025 की सन्निकट जयंती के मद्देनज़र, "सुसमचार प्रचार सम्बन्धी परिषद के नोट में कहा गया कि "हाल ही में महागिरजाघरों, अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय तीर्थस्थलों, साथ ही अन्य विशेष रूप से महत्वपूर्ण आराधना-अर्चना स्थलों में पवित्र द्वार के विन्यास और उद्घाटन की योजना बनाने की संभावना के बारे में प्रश्न उठाया गया था।"

परमाध्यक्षीय महागिरजाघर
परिषद के नोट में आगे कहा गया,  "इस संबंध में, संवेदनशील रूप से उन प्रेरितिक और भक्तिमय प्रेरणाओं पर विचार किया गया जिन्होंने ऐसी सराहनीय आकांक्षा का सुझाव दिया है, तथापि, सन्त पापा द्वारा प्रकाशित  'स्पेस नॉन कॉन्फुन्डिट' में स्थापित सटीक संकेतों को याद करना आवश्यक समझा गया", जो सन्निकट पवित्र  जयंती के अवसर पर पवित्र द्वारों के स्थलों पर ज़ोर देते हैं।

परमधर्मपीठीय परिषद के नोट में यह भी स्मरण दिलाया गया है "वर्ष 1300 की प्रथम जयंती से चली आ रही जयंती वर्ष की परम्परा का विशिष्ट और पहचान चिह्न, प्रायश्चित और पुनर्मिलन के संस्कार तथा दान और आशा के चिह्नों के माध्यम से 'ईश्वर की क्षमा की पूर्णता को व्यक्त करने का इरादा रखता है, क्योंकि ईश्वरीय करुणा और क्षमा की कोई सीमा नहीं है।"

नोट में विश्वासियों से आग्रह किया गया है कि वे "13 मई 2024 को प्रकाशित प्रेरितिक प्रायश्चित्त के आदेश द्वारा इंगित विशेष स्थानों और विभिन्न तौर-तरीकों" से परामर्श करें, ताकि "इस अनुग्रह के क्षण को पूरी तरह से जी सकें।"

जयंती का अवलोकन
'स्पेस नॉन कॉन्फुन्डिट' में सन्त पापा फ्रांसिस ने घोषणा की है कि पवित्र जयंती वर्ष की शुरुआत क्रिसमस की पूर्व संध्या, 2024 को सन्त पेत्रुस महागिरजाघर के पवित्र द्वार के खुलने के साथ होगी।

सन्त पेत्रुस महागिरजाघर का पवित्र द्वार काथलिक कलीसिया के परमाध्यक्ष सन्त पापा द्वारा केवल जयन्ती वर्ष की शुरुआत में खोला जाता है। यह आमतौर पर पवित्र वर्ष की शुरुआत को इंगित करने के लिए खोला जाने वाला पहला द्वार होता है। सन्त पेत्रुस महागिरजाघर में होने वाले इस अनुष्ठान का पहला प्रमाण वर्ष 1500 ई. में सन्त पापा अलेक्जेंडर षष्टम के परमाध्यक्षीय काल के दौरान मिला था।

तदोपरान्त, 29 दिसंबर को सन्त पापा फ्राँसिस रोम के सन्त जॉन लातेरान महागिरजाघर का पवित्र द्वार खोलेंगे। उसी दिन, तमाम विश्व के प्रत्येक महागिरजाघर और सह-महागिरजाघर में स्थानीय धर्माध्यक्षों द्वारा जयंती के उद्घाटन के अवसर पर ख्रीस्तयाग अर्पित किया जायेगा।

01 जनवरी 2025 को ईश्वर की माता मरियम के महापर्व पर सन्त पापा फ्रांसिस सेंट मैरी मेजर महागिरजाघर का पवित्र द्वार खोलेंगे, जबकि दीवारों के बाहर सेंट पॉल महागिरजाघर का पवित्र द्वार रविवार 5 जनवरी को प्रभु प्रकाश महापर्व की पूर्व सन्ध्या खोला जाएगा।

सन्त पापा फ्रांसिस ने लिखा है कि "पवित्र वर्ष के दौरान, ईश प्रजा को ईश्वर की कृपा में आशा की घोषणा और उनकी प्रभावकारिता को प्रमाणित करने वाले संकेतों में पूरी तरह से भाग लेने में सक्षम बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए।"

28 दिसंबर 2025 को, सम्पूर्ण विश्व के विशेष गिरजाघरों में जयंती का विधिवत समापन होगा तथा रोम स्थित सन्त जॉन लातेरान, मरियम को सर्मपित मेरी मेजर महागिरजाघर तथा सन्त पौल आउटसाइड द वॉल्स के पवित्र द्वार उसी तिथी को बंद किये जायेंगे।

अंततः, पवित्र जयन्ती वर्ष का औपचारिक समापन रोम में 6 जनवरी 2026 को प्रभु प्रकाश महापर्व पर्व पर हो जायेगा।