कार्डिनल तोलेंतीनो का बैरियो 31 दौरा

कार्डिनल जोस तोलेंतीनो दे मेंडोंका ने ब्यूनस आयर्स के स्कोलास ऑक्युरेंटेस मुख्यालय की इस भेंट करते हुए युवाओं से मुलाकात की।

संस्कृति और शिक्षा हेतु गठित परमधर्मपीठ के अध्यक्ष कार्डिनल जोस तोलेंतीनो डी मेंडोंका ने, अंतरराष्ट्रीय शैक्षिक आंदोलन स्कोलास ऑक्युरेंटेस के ऐतिहासिक मुख्यालय बैरियो 31 की यात्रा की और वहाँ के युवाओं और शिक्षकों का साक्ष्य सुना।

कार्डिनल जोस तोलेंतीनो दे मेंडोंका ने ब्यूनस आयर्स के स्कोलास ऑक्युरेंटेस मुख्यालय की इस भेंट में इसके संस्थापकों, प्रध्यापक जोस मारिया डेल कोरल और एनरिक पाल्मेरो के साथ बातचीत की, जिन्होंने कार्डिनल जॉर्ज बर्गोग्लियो के साथ मिलकर, जब वे ब्यूनस आयर्स के महाधर्माध्यक्ष थे, विभिन्न धर्मों और सामाजिक स्तरों के स्कूली छात्रों और शिक्षकों को इकट्ठा करना शुरू किया था जिससे 2001 के संकट और विभाजन के बीच मिलन की संस्कृति को सार्वजनिक और निजी रुप में बढ़ावा मिल सके।

कार्डिनल तोलेंतीनो ने युवाओं के साक्ष्यों को सुना जो खेल और संस्कृति कार्यक्रमों के अलावे देश के विभिन्न भागों, विल्ला फियोरितो और चाको प्रांतों में शिक्षण की सेवाएं देते हैं। इस भेंट में लोगों से मिलन और उनकी बातों को सुनने पर मिली सांत्वना और खुशी को व्यक्त करते हुए कार्डिनल के कहा, “एक दृश्य हजारों शब्दों से बृहृद है।” इस भेंट की समृद्ध अनुभूतियों के लिए उन्होंने सभों के प्रति कृततज्ञता के भाव प्रकट किये।

इस मिलन के अंत में कार्डिनल ने बैरियो 31 संस्थान समुदाय के युवाओं द्वारा बनाए गए एक भित्तिचित्र पर एक कृति खींची जहाँ युवाओं के सपने और संघर्षों अंकित किये गये थे। विश्वविद्यालय नीतियों की सचिव अलेजांद्रा अल्वारेज़ ने भी अपने जीवन के अनुभवों को साझा करते हुए दो हृदयों को एक रेखा से संयुक्त किया जो उनका प्रेम में परिवार से जुड़े रहने के भाव को व्यक्त करता है।

इस वर्ष मई में कार्डिनल तोलेंतीनो ने वाटिकन में ऑक्युरेंटेस विद्यालयों द्वारा आयोजित विश्वस्तीरय संगोष्टी में भाग लिया था, जहाँ संत पापा के आदेश पर बनाए गए इस नए विश्वविद्यालयों के बारे में अधिक जानकारी प्रस्तुत की गयी थी।

विदित हो की बैरियो 31 में ऐतिहासिक स्कोलस मुख्यालय का उद्घाटन 2018 में संत पापा फ्रांसिस ने द्वारा वीडियोकांफ्रेंसिंग के जरिए हुआ था। यह एक ऐसा समुदाय है जो न केवल बैरियो 31 के परिवारों को इकट्ठा करता है बल्कि यूबीए के सीबीसी (कॉमन बेसिक साइकिल) की मेजबानी भी करता है। इसके अतिरिक्त यह अंतरराष्ट्रीय पेलोटा डे ट्रैपो फुटबॉल लीग, वॉलीबॉल, मुक्केबाजी और अन्य गतिविधियाँ का आयोजित करती है। मुख्यालय में कला और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन कया जाता है जो पूरे समुदाय को एक साथ लाती हैं।

यह स्कोलास अब पाँच महाद्वीपों पर मौजूद है, जिसमें 70 देशों की प्रत्यक्ष भागीदारी है, और आने वाले दिनों में, दक्षिण पूर्व एशिया के इंडोनेशिया में पहला स्कोलस मुख्यालय खोला जायेगा, जिसका उद्घाटन संत पापा अपनी प्रेरितिक यात्रा के दौरान करेंगे।