विश्व बुजुर्ग दुर्व्यवहार जागरुकता दिवस पर पोप का संदेश
विश्व बुजुर्ग दुर्व्यवहार जागरुकता दिवस पर पोप ने समाज में प्रचलित हो रही ‘फेंक देने की संस्कृति’ का विरोध करने का आह्वान किया।
विश्व बुजुर्ग दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस हर साल 15 जून को मनाया जाता है. यह एक अंतरराष्ट्रीय अभियान है, जिसे वृद्ध वयस्कों के साथ दुर्व्यवहार और उपेक्षा के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है।
इस दिन पोप फ्राँसिस ने बुजुर्गों के अकेला छोड़ देने या कहें फेक देने वाली संस्कृति का विरोध करने हेतु सभी को आमंत्रित करते हुए सोशल मीडिया के प्लेटफार्म एक्स पर लिखा : “कितनी बार बुजुर्गों को त्यागने की भावना के साथ अकेला छोड़ दिया जाता है, जो वास्तव में वास्तविक और छिपी हुई इच्छामृत्यु है! यह एक फेंक देने वाली संस्कृति का परिणाम है जो हमारी दुनिया के लिए बहुत हानिकारक है। हम सभी इस जहरीली, फेंक देने वाली संस्कृति का विरोध करने के लिए बुलाये गये हैं!”
विश्व बुजुर्ग दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस पहली बार संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 2011 में बुजुर्ग व्यक्तियों द्वारा सहन किए गए दुर्व्यवहार, भेदभाव और उपेक्षा के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए स्थापित किया गया था। बुजुर्गों के साथ दुर्व्यवहार एक महत्वपूर्ण वैश्विक समस्या बनी हुई है, जो दुनिया भर के लाखों वृद्ध वयस्कों के स्वास्थ्य और मानवाधिकारों को प्रभावित करता है। यह एक ऐसा मुद्दा है, जो अंतरराष्ट्रीय समुदाय के ध्यान देने योग्य है।