आज शांति के लिए पहले से कहीं अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता

शांति दिन प्रतिदिन दुर्लभ होती जा रही है। दुनियाभर में छिड़े युद्ध, हिंसा, अपराध और विभिन्न प्रकार की बुराईयाँ शांति को नष्ट कर रही हैं। शांति न केवल विश्व स्तर पर भंग होती बल्कि परिवारों में लापरवाही के कारण भी गायब हो जाती है जब परिवार के सदस्य, आपस में प्रेम, समझदारी, धैर्य, साहस, सुनने और एक दूसरे की मदद करने के विनम्रता के रास्ते पर चलना छोड़ देते हैं।
पोप लियो 14वें ने इसी बात को ध्यान रखते हुए 17 जून के एक्स संदेश में लिखा, “शांति कोई काल्पनिक आदर्श नहीं है। शांति दैनिक गतिविधियों से बना एक विनम्र मार्ग है, और जिसपर धैर्य, साहस, सुनने और कदम लेने के द्वारा चला जा सकता है।”
उन्होंने विश्वासियो को सतर्क करते हुए कहा, “आज शांति के लिए पहले से कहीं अधिक, हमारी सतर्क और रचनात्मक उपस्थिति की आवश्यकता है।”