बाल श्रम के खिलाफ विश्व दिवस (World Day Against Child Labour)
बाल श्रम के खिलाफ हर साल 12 जून को विश्व बाल श्रम दिवस मनाया जाता है। बाल श्रम दिवस 2022 की थीम क्या है? इस वर्ष वर्ल्ड डे अगेंस्ट चाइल्ड लेबर 2022 की 'बाल श्रम को समाप्त करने के लिए सार्वभौमिक सामाजिक संरक्षण' रखी गई है।विश्व की सबसे बड़ी बुराई बाल श्रम है, जिसके बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 'बाल श्रम के खिलाफ विश्व दिवस' मनाया जाता है। भारत में 5 वर्ष से 17 वर्ष तक की आयु के बच्चों को बच्चों के रूप में वर्गीकृत किया जाता है। पूरी दुनिया बाल श्रम के खिलाफ विश्व दिवस मनाती है, ऐसे में आपको वर्ल्ड डे अगेंस्ट चाइल्ड लेबर का महत्व और इतिहास समझना होगा।
वर्ल्ड डे अगेंस्ट चाइल्ड लेबर का महत्व
इस दिन बाल श्रम की समस्या पर ध्यान दिया गया है ताकि इसे मिटाने या इसके खिलाफ लड़ने के तरीके खोजे जा सकें। बच्चों को जबरन श्रम में धकेल दिया जाता है, मादक पदार्थों की तस्करी और वेश्यावृत्ति जैसी अवैध गतिविधियों के लिए बच्चों को मजबूर किया जाता है। इस वजह से लोगों को बाल श्रम की समस्या के बारे में जागरूक करने और उनकी मदद करने के लिए इस दिवस को मनाया जाता है।
बाल श्रम के खिलाफ विश्व दिवस का इतिहास (World Day Against Child Labour History)
5 से 17 आयु वर्ग के कई बच्चे ऐसे काम में लगे हुए हैं जो उन्हें सामान्य बचपन से वंचित करते हैं, जैसे कि पर्याप्त शिक्षा, उचित स्वास्थ्य देखभाल, अवकाश का समय या बस बुनियादी स्वतंत्रता। 2002 में, संयुक्त राष्ट्र की संस्था जो काम की दुनिया को नियंत्रित करती है, इंटरनेशनल लेबर ऑर्गनाइजेशन ने इसी वजह से वर्ल्ड डे अगेंस्ट चाइल्ड लेबर लॉन्च किया।