हवाई हमले ने म्यांमार गिरजाघर को नष्ट किया, लेकिन विश्वास अटूट है, धर्माध्यक्ष

हाखा के धर्माध्यक्ष लुसियस हरे कुंग का कहना है कि म्यांमार के चिन राज्य में काथलिकों की आस्था अब भी मजबूत बनी हुई है, जबकि इस वर्ष के शुरू में बर्मी सेना द्वारा हवाई हमलों में फलाम में ख्रीस्त राजा गिरजाघर को नष्ट कर दिया गया।

हाखा के धर्माध्यक्ष लुसियस हरे कुंग ने कहा, “उन्होंने गिरजाघर की दीवाल को ध्वस्त कर दिया लेकिन विश्वास को नहीं। हमारा विश्वास सुदृढ़ बना हुआ है, फलाम में ईश्वर की प्रजा अब भी विश्वास करती है एवं आशा बनाये रखी है।” चिन राज्य में फलाम के ख्रीस्त राजा गिरजाघर के खंडहर पर प्रेरितिक दौरे के दौरान धर्माध्यक्ष ने कहा, “ख्रीस्तीय विश्वासी ख्रीस्त राजा गिरजाघर को पुनः स्थापित करेंगे; हरेक अपनी भूमिका निभाएगा।”

वाटिकन की फिदेस न्यूज एजेंसी की एक रिपोर्ट में, धर्माध्यक्ष ने युद्ध और विस्थापन का सामना कर रहे समुदायों के लिए प्रार्थना करने पर ज़ोर दिया।

उन्होंने कहा, "दुःख और परीक्षा की इस घड़ी में, हम प्रार्थना में दृढ़ता से जुड़े हुए हैं और मसीह के हृदय एवं मरियम के हृदय के साथ एकाकार हैं, जो मानवता के सभी कष्टों को अपने ऊपर ले लेते हैं। येसु और मरियम हमें आगे बढ़ने और शांतिपूर्ण भविष्य की आशा करने की शक्ति और उम्मीद देते हैं।"

फलाम में लगभग 1,000 काथलिकों के लिए नवंबर 2023 में ख्रीस्त राजा गिरजाघर का निर्माण पूरा हुआ था और उसे प्रतिष्ठापित किया गया था।

कुछ महीनों बाद, यह शहर चिनलैंड रक्षा बल (सीडीएफ) और बर्मी सेना के बीच लड़ाई में फँस गया। जब सीडीएफ बलों ने फलाम पर नियंत्रण कर लिया, तो सरकारी सैनिकों ने उस क्षेत्र पर हवाई हमले किए, जिससे नए पल्ली गिरजाघर को नुकसान पहुँचा।

स्थानीय पुरोहित फादर पौलुस जी. के. शिंग ने कहा, “यह बहुत सुन्दर गिरजाघर था और पल्ली के लोग इसकी देखभाल करते हुए खुश थे। मैं उम्मीद करता हूँ कि उसे पुनः स्थापित किया जाएगा। मैं दुःख के साथ यहाँ अभिषिक्त धर्मप्रांत के पुरोहितों की तस्वीर को देखता हूँ।

हवाई हमले ने मिंदात के पवित्र हृदय गिरजाघर को भी क्षतिग्रस्त किया है जिसको 25 जनवरी 2025 में स्थापित नये धर्मप्रांत के भावी महागिरजाघर के रूप में डिजाईन किया गया था।

चिन मानवाधिकार संगठन के अनुसार, चिन राज्य में 2021 से अब तक कम से कम 107 धार्मिक इमारतें हैं नष्ट की जा चुकी हैं, जिनमें से 67 गिरजाघर हैं।

इस बीच, मध्य म्यांमार में, विश्वासियों को एक और खतरे का सामना करना पड़ रहा है। ताउंगु में, अधिकारियों ने 16वीं सदी के शहर टौंगु-केतुमती में खुदाई कार्यों के लिए जगह बनाने हेतु सेक्रेड हार्ट महागिरजाघर और 19 बौद्ध मंदिरों को ध्वस्त करने की योजना बनाई है।

स्थानीय पुरोहितों और काथलिकों ने आशंका व्यक्त की और म्यांमार के धर्माध्यक्षीय सम्मेलन से हस्तक्षेप करने एवं सैन्य शासकों से पूजा स्थलों को संरक्षित करने का आह्वान करने का आग्रह किया है।