समारी की करुणा दिखायें, विश्व रोगी दिवस 2026 का आह्वान

वाटिकन प्रेस कार्यालय ने 11 फरवरी 2026 को मनाए जानेवाले 34वें विश्व रोगी दिवस की विषयवस्तु जारी की है, "समारी की करुणा: दूसरों के दर्द को सहनकर प्रेम करना।"

"समारी की करुणा: दूसरों के दर्द को सहकर प्रेम करना" यही विषयवस्तु पोप लियो 14वें ने अगले विश्व रोगी दिवस के लिए चुना है, जो हर साल 11 फरवरी को मनाया जाता है। समग्र मानव विकास को बढ़ावा देनेवाले विभाग ने शुक्रवार 26 सितंबर को वाटिकन प्रेस कार्यालय के माध्यम से इस विषय को जारी किया।

विषयवस्तु सुसमाचार के पात्र समारी व्यक्ति पर केंद्रित है, जो डाकुओं के जाल में फँसे एक पीड़ित व्यक्ति की देखभाल करके प्रेम प्रदर्शित करता है। यह अपने पड़ोसी के प्रति प्रेम के एक प्रमुख पहलू पर प्रकाश डालता है: प्रेम को निकटता के ठोस कार्यों के माध्यम से, दूसरों के दुःखों को अपने ऊपर लेकर व्यक्त किया जाना चाहिए – खासकर, उन लोगों के जो बीमार हैं, और अक्सर गरीबी, अलगाव या अकेलेपन के कारण असुरक्षित भी हैं।

विश्व रोगी दिवस के लिए दी गई जानकारी में, विभाग लिखता है कि "1992 में संत जॉन पॉल द्वितीय द्वारा स्थापित विश्व रोगी दिवस, संपूर्ण कलीसिया और नागरिक समाज के लिए प्रार्थना, आध्यात्मिक सामीप्य और चिंतन का एक विशेष अवसर प्रदान करता है, जिन्हें हमारे बीमार और कमजोर भाइयों एवं बहनों में मसीह का चेहरा पहचानने के लिए बुलाया गया है।

जिस प्रकार उस भले समारी ने सड़क पर घायल व्यक्ति की मदद करने के लिए नीचे झुककर मदद की, उसी प्रकार ख्रीस्तीय समुदाय से भी आह्वान किया जाता है कि वह रुककर उन लोगों की मदद करे जो पीड़ित हैं और बीमारों एवं सबसे कमजोर लोगों के प्रति निकटता और सेवा का सुसमाचारी साक्ष्य बने।"