फिलीस्तीनी-अमेरिकी शांति निर्माता बने, निवानो शांति पुरस्कार के विजेता
निवानो पीस फाउंडेशन ने फिलिस्तीनी-अमेरिकी प्रोफेसर मोहम्मद अबू-निमेर को शांति और अंतरधार्मिक संवाद के प्रति उनकी आजीवन प्रतिबद्धता को पहचान देते हुए, उन्हें 41वें निवानो शांति पुरस्कार के प्राप्तकर्ता के रूप में चुना है।
प्रोफेसर मोहम्मद अबू-निमेर 2024 निवानो शांति पुरस्कार के विजेता हैं।
निवानो पीस फाउंडेशन द्वारा मंगलवार को जारी एक बयान में कहा गया कि अमेरिकी फिलिस्तीनी विद्वान का शांति के प्रति समर्पण, महज शैक्षणिक गतिविधियों से परे है।
उन्होंने कहा कि "उनके काम के बारे में सबसे प्रभावशाली बात शांति के लिए उनका समग्र योगदान है, इस बात पर गौर करते हुए कि उनका सहयोग शिक्षा को संघर्ष समाधान और शांति निर्माण गतिविधियों के साथ एकीकृत करता है, विशेष रूप से इस्लाम में क्षमा और मेल-मिलाप की उनकी गहन समझ और इसे व्यवहार में प्रभावी ढंग से लागू करने के द्वारा।"
प्रोफेसर अबू-निमर की शांति और अंतरधार्मिक संवाद के प्रति आजीवन प्रतिबद्धता की मान्यता में, बयान में रेखांकित किया गया है कि "उनकी मातृभूमि, इज़राइल/फिलिस्तीन में चल रहे संघर्ष के आलोक में, जो क्षेत्र के सबसे विनाशकारी युद्धों में से एक में बदल गया है, हमारा मानना है कि वहाँ इस वर्ष के निवानो शांति पुरस्कार के लिए इससे अधिक उपयुक्त प्राप्तकर्ता कोई दूसरा नहीं हो सकता।"
वैश्विक परिप्रेक्ष्य बनाए रखने के निरंतर प्रयास में, निवानो पीस फाउंडेशन दुनिया भर में मान्यता प्राप्त बौद्धिक और धार्मिक प्रतिष्ठा वाले व्यक्तियों से नामांकन चाहता है। कठोर चयन प्रक्रिया में विभिन्न धर्मों और शैक्षणिक पृष्ठभूमि वाले नामित नामांकनकर्ताओं और संगठनों के निविष्ट शामिल होते हैं।
इस वर्ष के पुरस्कार विजेता का चयन करने के लिए जिम्मेदार निवानो शांति पुरस्कार समिति के सदस्यों की प्रोफेसर अबू-निमर के उल्लेखनीय योगदान के बारे में ये धारणाएँ थीं:
"अमेरिकी विश्वविद्यालय में शांति और संघर्ष समाधान के प्रोफेसर के रूप में, उन्होंने सलाम इंस्टीट्यूट की स्थापना की, जो एक गैर-लाभकारी संगठन है जो संघर्ष समाधान, अहिंसा, मानवाधिकार और विकास से संबंधित मुद्दों पर अनुसंधान, शिक्षा और अभ्यास के लिए समर्पित है।"
"विभिन्न संघर्ष क्षेत्रों में अंतरधार्मिक और अंतरसांस्कृतिक संवाद, शांति निर्माण और सामुदायिक विकास में उनकी गहन भागीदारी मतभेदों को पाटने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।"
"प्रोफेसर अबू-निमेर, एक सूफी मुस्लिम, अंतरधार्मिक संवाद में अग्रणी रहे हैं, उन्होंने उत्तरी आयरलैंड, श्रीलंका, मिंदानाओ (फिलीपींस), बाल्कन और कई अफ्रीकी देशों जैसे संघर्षपूर्ण क्षेत्रों में काम किया है।"
बतलाया गया है कि “उनका प्रभाव अकादमिक क्षेत्रों से परे, शांति निर्माण और विकास संस्थान एवं शांति निर्माण तथा विकास के अकादमिक जर्नल जैसी पहलों तक फैला हुआ है, जिसकी उन्होंने शांति निर्माण में बौद्धिक चर्चा को आगे बढ़ाने के लिए सह-स्थापना की थी।"
बयान में यह कहते हुए निष्कर्ष निकाला गया कि प्रोफेसर अबू-निमर के प्रयासों ने "कई स्थानों और क्षेत्रों को प्रभावित किया है, और उनके पास नेतृत्व, प्रशिक्षण, सुविधा और निर्माण का एक अविश्वसनीय रूप से प्रभावशाली रिकॉर्ड है, जो सभी इस्लामी परंपरा में गहराई से निहित और प्रेरित हैं," और कि शांति, समझ और सहयोग को बढ़ावा देने के उनके काम ने उन्हें यह प्रतिष्ठित सम्मान दिलाया है।
निवानो शांति पुरस्कार का नाम फाऊंडेशन के संस्थापक निक्कयो निवानो के सम्मान में रखा गया है, जो उन लोगों के साहस को पहचान देती है जो वैश्विक शांति को बढ़ावा देने के क्षेत्र में अंतरधार्मिक सहयोग को विशेष योगदान देते हैं।
निक्कियो निवानो ने शांति की कल्पना न केवल राष्ट्रों के बीच संघर्ष की अनुपस्थिति के रूप में की, बल्कि व्यक्तियों और समुदायों के भीतर एक गतिशील सद्भाव के रूप में भी की।
निवानो शांति पुरस्कार समारोह मंगलवार, 14 मई, 2024 को टोक्यो, जापान में होनेवाला है। मान्यता प्रमाण पत्र के साथ, प्रोफेसर अबू-निमर को एक पदक और बीस मिलियन येन के अनुदान से सम्मानित किया जाएगा।