पोप लियो ने किया गाज़ा में युद्धविराम का आह्वान

पोप लियो 14 वें ने इस्राएली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात की, जिसमें उन्होंने आराधना स्थलों की रक्षा करने और तत्काल युद्ध विराम की आवश्यकता पर बल दिया।
गाजा में होली फैमिली काथलिक गिरजाघर पर इस्राएली हमले के मद्देनजर, पोप लियो 14 वें ने इस्राएली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात की, जिसमें उन्होंने आराधना स्थलों की रक्षा करने और तत्काल युद्ध विराम की आवश्यकता पर बल दिया।
युद्ध विराम एवं वार्ताओं की बहाली
पवित्र भूमि में चल रही उथल-पुथल के बीच, सन्त पापा लियो और इस्राएली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शुक्रवार को फोन पर बात की। परमधर्मपीठीय प्रेस कार्यालय के अनुसार, सन्त पापा ने इस अवसर पर तुरन्त युद्ध विराम एवं वार्ताओं की शुरुआत का आह्वान किया।
परमधर्मपीठीय प्रेस कार्यालय के वकतव्य में शुक्रवार को बताया गया, "आज सुबह, कास्टेल गोन्दोल्फो स्थित प्रेरितिक आवास में सन्त पापा लियो 14 वें ने इस्राएल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से टेलीफोन पर बात की। यह बात उन्होंने गुरुवार को इस्राएली सेना द्वारा गाज़ा में होली फैमिली गिरजाघर पर किए गए सैन्य हमले के बाद कही, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और कुछ अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।"
यह भी बताया गया कि "बातचीत के दौरान, सन्त पापा ने वार्ता, युद्ध विराम और युद्ध की समाप्ति के लिए नए सिरे से प्रयास करने की अपनी अपील को दोहराया।"
गाज़ा की स्थिति पर चिन्ता
वकतव्य में कहा गया कि सन्त पापा लियो ने "गाज़ा में लोगों की दुखद मानवीय स्थिति पर फिर से अपनी चिंता ज़ाहिर की, जहाँ बच्चे, बुज़ुर्ग और बीमार लोग एक दर्दनाक कीमत चुका रहे हैं।" बयान के अंत में कहा गया, "सन्त पापा लियो 14 वें ने आराधना स्थलों और विशेष रूप से, फिलिस्तीन और इस्राएल में श्रद्धालुओं और सभी लोगों की सुरक्षा की तत्काल आवश्यकता पर ज़ोर दिया।"
गाजा के एकमात्र काथलिक गिरजाघर होली फैमिली पर गुरुवार सुबह इस्राएल ने हमला किया, जिसके परिणामस्वरूप तीन लोगों की मौत हो गई है और 10 घायल हो गए हैं, घायलों में पल्ली पुरोहित फादर गाब्रिएल रोमानेल्ली भी शामिल हैं।
इसी बीच, एक बयान में जैरूसालेम स्थित लैटिन प्राधिधर्माध्यक्षीय पीठ ने क्षेत्र के नेताओं से अपील की कि "वे अपनी आवाज़ उठाएँ और इस त्रासदी को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करें, जो मानवीय और नैतिक रूप से अनुचित है।"