पोप ने फादर सहाय थदेयुस थॉमस को शिमला और चंडीगढ़ धर्मप्रांत का धर्माध्यक्ष नियुक्त किया

पोप ने शिमला और चंडीगढ़ धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष के रूप में सहाय थदेयुस थॉमस को नियुक्त किया है। वर्तमान में जालंधर स्थित होली ट्रिनिटी मेजर समिनरी के रेक्टर हैं।

पोप ने शनिवार 12 अप्रैल को शिमला और चंडीगढ़ धर्मप्रांत की प्रेरितिक देखभाल से धर्माध्यक्ष इग्नासियुस लोयोला इवान मैस्करेनहास द्वारा प्रस्तुत त्यागपत्र स्वीकार कर लिया है और उनके स्थान पर उसी धर्मप्रांत के फादर सहाय थदेयुस थॉमस को नियुक्त किया। वे वर्तमान में जालंधर स्थित होली ट्रिनिटी मेजर समिनरी के रेक्टर हैं।

बायोडाटा
नव नियुक्त धर्माध्यक्ष सहाय थादेयुस थॉमस का जन्म 6 नवंबर 1971 को तमिलनाडु के कोट्टार धर्मप्रांत के चिन्नाविलाई में हुआ था। लखनऊ के सेंट पॉल माइनर सेमिनरी में शिक्षा प्राप्त करने के बाद उन्होंने जालंधर के होली ट्रिनिटी मेजर सेमिनरी में दर्शनशास्त्र और धर्मशास्त्र का अध्ययन किया। उन्होंने ऑस्ट्रिया के विएना विश्वविद्यालय से धर्मशास्त्र में लाइसेंसिएट और पवित्र शास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय, पटियाला से पत्रकारिता और जनसंचार में स्नातकोत्तर तथा भारतीय मानवाधिकार संस्थान, नई दिल्ली से मानवाधिकार में स्नातकोत्तर की डिग्री भी पूरी की। 13 मई 2001 को उनका पुरोहिताभिषेक किया गया।

उन्होंने निम्नलिखित पदों पर कार्य किया है: लिटिल फ्लावर, पंचकूला के सहायक पल्ली पुरोहित (2001-2004); धर्मप्रांतीय माइनर सेमिनरी, कौली के उप-रेक्टर (2004-2009); धर्मप्रांतीय मीडिया आयोग और धर्मप्रांतीय बाइबिल पूछताछ केंद्र के निदेशक (2004-2009); श्वेचैट, ऑस्ट्रिया में सहायक पल्ली पुरोहित (2010-2013); वियना के मेट्रोपोलिटन आर्चडायोसिस में रेट्ज़ में सहायक पल्ली पुरोहित (2013-2016); संगरूर, पंजाब में लिटिल फ्लावर के पल्ली पुरोहित (2017-2019) और 2019 से वे जालंधर में होली ट्रिनिटी मेजर सेमिनरी के रेक्टर हैं।