कलीसियाओं ने गज़ा में सात विदेशी सहायताकर्मियों की हत्या की निंदा की

कलीसियाओं की विश्व परिषद के महासचिव ने गाजा में बेहद जरूरी भोजन लानेवाले “वर्ल्ड सेंट्रल किचन” के सात सहायताकर्मियों की हत्या की कड़ी निंदा की है।

विगत दिनों गज़ा में इजरायली हवाई हमले में वर्ल्ड सेंट्रल किचन के लिए काम करनेवाले सात लोगों की हत्या पर कलीसियाओं की विश्व परिषद (डब्ल्यूसीसी) अंतरराष्ट्रीय आक्रोश में शामिल हो गया है।

2 अप्रैल को इस्राएल की सेना ने गाजा पट्टी में खाना ला रहे 'वर्ल्ड सेंट्रल किचन' के वाहन पर हमला कर दिया था। इसमें 7 सहायताकर्मियों की मौत हो गई थी, जिनमें से 3 ब्रिटिश, एक ऑस्ट्रेलियाई, एक पोलिश, एक अमेरिकी-कनाडाई और एक फिलिस्तीनी नागरिक थे।

हमले के बाद इजरायल की खूब आलोचना हो रही है और कई देशों ने मामले की जांच करने और दोषियों को सजा देने की मांग की है।

विदेशी सहायताकर्मियों पर घातक इस्राएली हमले की जांच चल रही है
वर्ल्ड सेंट्रल किचन जिसकी स्थापना सेलिब्रिटी शेफ जोस एंड्रेस ने की है, कहा कि उनके कर्मचारी चैरिटी के प्रतीक चिन्ह के साथ दो बख्तरबंद कारों और एक अन्य वाहन में घूम रहे थे, और अपने कार्य को इस्राएली सेना के समायोजन में कर रहे थे।

प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को कहा कि हत्या एक गलती थी और इजरायली सेना ने घटना की पूरी जांच का वादा किया है।

हमले ने कई चैरिटी संस्थाओं को भुखमरी के कगार पर खड़े फ़िलिस्तीनियों के लिए भोजन आपूर्ति रोकने हेतु मजबूर कर दिया है।
मानवतावादी कार्यकर्ताओं को कभी भी संघर्ष में निशाना नहीं बनना चाहिए
कलीसिओं की विश्व परिषद के महासचिव माननीय जेरी पिल्ले ने हत्या की निंदा की है और पीड़ितों के परिवारों और प्रियजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की।

पिल्ले ने कहा, मानवतावादी कार्यकर्ताओं को कभी भी संघर्ष में निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, "इस तरह के हमले जो निर्दोष लोगों की जान लेते हैं, बिल्कुल अस्वीकार्य हैं और इन्हें किसी भी स्तर पर उचित नहीं ठहराया जा सकता।" उन्होंने कहा, "हम कलीसियाओं की विश्व परिषद के सदस्य सभी कलीसियाओं को गाजा में न्याय, शांति और मेल-मिलाप के लिए प्रार्थना में अपनी आवाज उठाने के लिए आमंत्रित करते हैं।”

माननीय पिल्ले ने अपने वक्तव्य के अंत में गज़ा पर 25 मार्च के संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव को लागू करने का आग्रह करते हुए तत्काल युद्धविराम की मांग की, और सभी बंधकों की तत्काल रिहाई की मांग करते हुए कहा, "निर्दोष लोगों की ये संवेदनहीन हत्याएँ बंद होनी चाहिए।"

संयुक्त राष्ट्र की शीर्ष अदालत ने इस्राएल को भुखमरी से जूझ रहे गज़ा में सहायता की अनुमति देने का आदेश दिया।

संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, 7 अक्टूबर को इस्राएल पर हमास के आतंकवादी हमले के बाद युद्ध छिड़ने के बाद से गाजा में लगभग 200 सहायता कर्मी मारे गए हैं। नवीनतम घटना से गज़ा में निराशाजनक स्थितियों को कम करने में मदद के लिए साइप्रस से सहायता के लिए एक समुद्री गलियारा खोलने के प्रयासों को झटका लगने का खतरा है।

एकीकृत खाद्य सुरक्षा चरण वर्गीकरण, जिसे आईपीसी के नाम से जाना जाता है, की एक दस्तावेजी रिपोर्ट के हाल ही में जारी होने के बाद, फिलीस्तीनी में मानवीय तबाही के बारे में चिंता गहरा गई है, जिसमें दिखाया गया है कि गाजा की पूरी जनता गंभीर खाद्य असुरक्षा का सामना कर रही है और गज़ा में अकाल पहले ही आ चुका है।