एआई पर जी7 सत्र में भाग लेंगे पोप फ्राँसिस
पोप फ्राँसिस, इटली की अध्यक्षता में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) पर आगामी जी7 सत्र में भाग लेंगे।
वाटिकन प्रेस कार्यालय ने शुक्रवार को पुष्टि दी कि पोप फ्राँसिस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) को समर्पित सत्र में इटली के दक्षिणी पुलिया क्षेत्र में जी7 शिखर सम्मेलन को सम्बोधित करेंगे।
जी7 शिखर सम्मेलन 13 से 15 जून को पूलिया में आयोजित किया गया है।
इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जा मेलोनी ने कहा, "इतिहास में यह पहली बार है कि कोई पोप जी7 के कार्य में भाग लेंगे।" उन्होंने कहा कि पोप आगामी सात औद्योगिक देशों के समूह की बैठक में अतिथि प्रतिभागियों के लिए "आउटरीच सत्र" में भाग लेंगे।
शिखर सम्मेलन में संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, फ्रांस, यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी और जापान की भागीदारी की उम्मीद है।
एआई ढांचे में निर्णायक नैतिक योगदान
मेलोनी ने कहा, "मैं इटली के निमंत्रण को स्वीकार करने के लिए पोप को दिल से धन्यवाद देती हूँ। उनकी उपस्थिति हमारे देश और पूरे जी7 को सम्मानित करेगी।" मेलोनी ने इस बात पर जोर देते हुए बताया कि कैसे इतालवी सरकार कृत्रिम बुद्धिमत्ता के मुद्दे पर परमधर्मपीठ द्वारा दिए गए योगदान को बढ़ाने का इरादा रखती है, विशेषकर जीवन के लिए परमधर्मपीठीय अकादमी के द्वारा प्रवर्तित “2020 के एआई नीति के लिए रोम का बुलावा” के साथ।
मेलोनी ने कहा, “मुझे यकीन है कि पोप की उपस्थिति कृत्रिम बुद्धिमत्ता के लिए नियामक, नैतिक और सांस्कृतिक ढांचे को परिभाषित करने में निर्णायक योगदान प्रदान करेगी, क्योंकि इस आधार पर, इस तकनीक के वर्तमान और भविष्य में हमारी क्षमता एक बार फिर मापी जाएगी, जैसा कि संत पापा जॉन पौल द्वितीय ने 2 अक्टूबर, 1979 को संयुक्त राष्ट्र में अपने प्रसिद्ध भाषण में याद किया था।''
"राजनीतिक गतिविधि, चाहे राष्ट्रीय हो या अंतर्राष्ट्रीय, मनुष्य से आती है, मनुष्य द्वारा संचालित होती है, और मनुष्य के लिए है।"
पोप फ्राँसिस ने 1 जनवरी 2024 को 57वें विश्व शांति दिवस के लिए अपना संदेश आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और शांति को समर्पित करते हुए मानवता से दिल की बुद्धि विकसित करने का आग्रह किया है, जिनका कहना है कि मानव संचार "कृत्रिम बुद्धिमत्ता की प्रणालियों को पूरी तरह से लोगों की सेवा में लगाने में हमारी मदद कर सकता है।"