पोप का इयरबुक अब ऑनलाइन उपलब्ध, दुनियाभर की कलीसियाओं की जानकारी

वाटिकन का आधिकारिक परमधर्मपीठीय ईयरबुक अब ऑनलाइन उपलब्ध है, जो दुनियाभर में काथलिक कलीसिया के संस्थानों के बारे में अद्यतन कृत जानकारी देती है।

8 दिसम्बर, कुँवारी मरियम के निष्कलंक गर्भागमन का महापर्व के दिन से परमधर्मपीठीय ईयरबुक (अनुवारियुन पोतिफिचुम) पूरी तरह से डिजिटल संस्करण में उपलब्ध है, जिसे वेब ब्राउजर और मोबाइल ऐप जरिये प्राप्त किया जा सकता है।

परमधर्मपीठीय ईयरबुक परमाध्यक्षीय रोमी कार्यालय, वाटिकन के विभागों, धर्मप्रांतों, धार्मिक संस्थानों और प्रेरितिक राजदूतावासों का आंकड़ा देता है।

इस परियोजना को वाटिकन राज्य सचिव और वाटिकन संचार विभाग ने मिलकर बनाया है, और हाल ही में इसे पोप लियो 14वें को पेश किया गया था।

वाटिकन राज्य सचिवालय के स्थानापक महाधर्माध्यक्ष एडगर पेना पार्रा और वाटिकन संचार विभाग के सचिव मोनसिन्योर लूचो एड्रियन रुइज़ तथा दोनों विभागों के दूसरे प्रतिनिधियों के साथ, पोप लियो ने पहला लॉगिन किया और प्लेटफॉर्म को खुद नाविगेट किया।

पोप ने उद्घाटन कार्यक्रम में उपस्थित लोगों से कहा, “इस काम के लिए धन्यवाद, यह कलीसिया की सेवा में काम करनेवाले कई लोगों के लिए बहुत काम आएगा।”

उन्होंने उन्हें प्रोत्साहित किया कि “सेवा की इस भावना को जारी रखें, ताकि जिसे देखरेख और सावधानी से तैयार किया जाता है, वह समय के साथ और भी बड़ी मदद बन सके।”

पुराने जमाने के लिबेर पोंतिफिकालिस (पोप की जीवनियों का संग्रह) से प्रेरित, पोंटिफिकल ईयरबुक बीसवीं सदी के बीच में बनी थी। यह दुनियाभर में काथलिक कलीसिया के बारे में आधिकारिक जानकारी चाहनेवाले लोगों के लिए एक जरूरी संदर्भ के तौर पर इस्तेमाल की जाती थी।

अब उसे ऑनलाइन पाया जा सकता है, जो विश्वव्यापी कलीसिया की सेवा में जानकारी के साधन को अपडेट और मॉडर्न बनाने में एक बड़ा कदम है।

यह प्ररितिक राजदूतावास को उनके कूटनीतिक और प्रेरितिक काम के लिए एक आंकड़ा प्रदान करता है, और यह धर्माध्यक्षीय सम्मेलन को अलग-अलग इलाकों में कलीसिया की असलियत को समझने में मदद करता है।

धर्मसंघीय संस्थान, परमधर्मपीठीय यूनिवर्सिटी, शोध केंद्र और दूसरे शैक्षणिक संस्थान के वाटिकन संचार से जुड़े आंकड़ों को पाते हैं।

पत्रकारिता और कलीसियाई संचार के पत्रकार भी भरोसेमंद, सत्यापित जानकारी के साथ एक प्रमाणिक संदर्भ के तौर पर इस प्लेटफॉर्म पर भरोसा कर सकते हैं।

नयी नियुक्ति, ऑफिस में बदलाव, और कलीसिया की संरचना में बदलाव जैसी जानकारी के लिए अब ईयरबुक के अगले छापे गये संस्करण का इंतजार नहीं करना पड़ेगा; ये बदलाव अब कम समय में ऑनलाइन दिखाए जा सकते हैं।

महाधर्माध्यक्ष पेना पार्रा ने जोर देकर कहा, “ऐसे समय में जब संचार पहले से कहीं ज्यादा तेज और वैश्विक हो गया है, कलीसिया के जीवन के बारे में जानकारी तक तुरंत और भरोसेमंद पहुँच देना—सत्यापित आंकड़ा के साथ—इसका मतलब है टेक्नोलॉजी को कलीसिया के मिशन की सेवा में लगाना।” “यह काथलिक समुदाय और दुनिया में कलीसिया की असलियत को समझने की कोशिश करनेवाले सभी लोगों के प्रति ध्यान, पारदर्शिता और जिम्मेदारी की निशानी है।”