जेनोवा धर्मप्रांत के बच्चों से पोप की मुलाकात

पोप फ्राँसिस ने शनिवार को इटली के जेनोवा धर्मप्रांत के दृढ़ीकरण संस्कार लेनेवाले बच्चों का वाटिकन के संत मर्था प्राँगण में स्वागत किया। करीब 1000 बच्चे 8 घंटे की यात्रा कर रोम आये हैं। पोप ने उन्हें प्रार्थना करने के लिए प्रोत्साहित किया।

11 मई को वाटिकन में जेनोवा धर्मप्रांत के दृढ़ीकरण संस्कार लेनेवाले बच्चों से बातचीत करते हुए पोप फ्राँसिस ने कहा कि वे उन्हें देखकर खुश हुए।

लम्बी यात्रा के बाद वाटिकन पहुँचे बच्चों का हाल पूछते हुए पोप ने कहा, “क्या आप यात्रा करते हुए थक गये हैं”, इस पर बच्चों ने जवाब दिया, “जी नहीं।” फिर उन्होंने पूछा, क्या आपने बस में शोर मचाया” इसपर बच्चों ने कहा, “जी हाँ।” पोप के आग्रह पर बच्चों ने एक गाना गया जो पोप को बहुत पसंद आया।

उसके बाद पोप ने हरेक बच्चे को एक-एक रोजरी भेंट की और प्रार्थना करने का प्रोत्साहन दिया। उन्होंने बच्चों से कहा, “अब मैं इस यात्रा की स्मृति चिन्ह के रूप में, आप में से प्रत्येक को एक एक रोजरी माला भेंट कर रहा हूँ। यह प्रार्थना करने के लिए है।”

संत पापा ने बच्चों को और एक काम दिया। उन्होंने कहा, “मैं आप लोगों को एक काम दे रहा हूँ। ध्यान से सुनिये। अपने माता-पिता और दादा-दादी को मेरा प्रणाम दे दीजिएगा।

अंत में, बच्चों से विदा होने के पहले संत पापा ने एक साथ प्रणाम मरियम की प्रार्थना की और उनसे अपने लिए प्रार्थना करने का आग्रह करते हुए, उन्हें अपना प्रेरितिक आशीर्वाद दिया।