कार्डिनल होलरिक ने ‘समन्वय जो प्रतिबिम्बित करता’ पर सिनॉड चिंतन

धर्माध्यक्षों की धर्मसभा की 16वीं महासभा ने इंस्ट्रुमेंतुम लेबोरिस के मॉड्यूल बी-1 पर अपना चिंतन शुरू किया, जिसमें कार्डिनल जीन-क्लाउड होलरिक ने सोमवार सुबह चौथी आमसभा की शुरुआत की।

“एक सिनॉडल कलीसिया के लिए : समन्वय, सहभागिता और मिशन” विषयवस्तु पर सिनॉड की 16वीं महासभा वाटिकन में 4 से 29 अक्टूबर तक जारी है। जिसमें प्रतिभागियों ने सोमवार को इंस्ट्रुमेंतुम लेबोरिस के अगले भाग पर चिंतन शुरू किया।

सोमवार दिन की शुरूआत सिनॉड प्रतिभागियों ने संत पेत्रुस महागिरजाघर में अपने दैनिक ख्रीस्तयाग के साथ शुरू किया।

अंतियोख के मैरोनाइट पैट्रिआर्क, कार्डिनल बेचारा बुट्रोस राय ने उपदेश दिया, जिसमें उन्होंने जोर देकर कहा कि "धर्मसभा का मार्ग हमें वैश्विक संकटों का सामना करने में मदद करता है।"

मिस्सा के बाद वे वाटिकन के संत पौल षष्ठम सभागार गये और महासभा को आगे बढ़ाया। जहाँ सिनॉड के कार्य दस्तावेज विशेषकर, मॉड्यूल बी-1 पर ध्यान केंद्रित किया, इसपर पिछले सप्ताह मॉड्यूल ए पर चिंतन के बाद कार्य किया जा रहा है।

धर्मसभा के जनरल रिपोर्टर, कार्डिनल जीन-क्लाउड होलरिक ने मॉड्यूल बी-1 पेश किया। उन्होंने याद किया कि पहले मॉड्यूल में, वे "पिछले दो वर्षों में ईश प्रजा की 'एक साथ यात्रा' के अनुभव के साथ फिर से जुड़े," और "एक व्यापक दृष्टि के रूप में धर्मसभा ने कलीसिया को अधिक केंद्र में लाने के लिए काम किया।"

उन्होंने कहा, दूसरी ओर, हम "उन तीन प्रश्नों में से पहले को संबोधित करते हैं जो इस प्रजा को सुनने से उभरे हैं और जिन पर इस सभा को अपने विवेक का प्रयोग करने के लिए बुलाया गया है।"

मॉड्यूल का शीर्षक "एक समन्वय जो प्रतिबिम्बित करता है" के साथ, कार्डिनल ने सुझाव दिया कि प्राथमिकता इस पर चिंतन होगी कि "हम ईश्वर के साथ संयुक्ति और सारी मानव जाति की एकता का चिन्ह और साधन कैसे बन सकते हैं?"
कार्डिनल होलरिक ने सभा में दोहराया कि आगे क्या होनेवाला है।

"आज दोपहर और कल सुबह हम आत्मा में बातचीत से प्रेरित सामुदायिक आत्मपरख की पद्धति के अनुसार, जिसका हम पहले ही अभ्यास कर चुके हैं, छोटे दल में काम करेंगे। हम एक-दूसरे को सुनेंगे, हम आत्मा को सुनेंगे।”

उन्होंने कहा, "हम समूह की रिपोर्ट का मसौदा तैयार करना शुरू करेंगे और भाषण तैयार करेंगे, जिसे जेनरल रिपोर्टर सभा में पढ़ेगा, उन बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए जिन्हें आपका समूह एक आम समझ में गहराई तक जाने के लिए सभा में प्रस्तुत करना चाहता है।"

कार्डिनल होलरिक के परिचय के बाद, धर्मसभा के सदस्यों ने मॉड्यूल बी-1 में प्रस्तुत विषयों पर कई हस्तक्षेप और साक्ष्य सुने।

फादर तिमोथी रेडक्लिफ, ओपी ने 'कुँए के पास समारी महिला: यो. 4:7-30' पर आध्यात्मिक चिंतन प्रस्तुत किया।

यूके में डरहम विश्वविद्यालय के ईशशास्त्र और धर्म विभाग एवं काथलिक अध्ययन केंद्र में काथलिक सामाजिक विचार और अभ्यास के प्रोफेसर डॉ. अन्ना रोलैंड्स ने इस विषय: 'समन्वय: मेमने का विवाह भोज' पर एक ईशशास्त्रीय चिंतन पेश किया।

काथलिक कलीसिया और ऑर्थोडॉक्स कलीसिया के बीच ईशशास्त्रीय संवाद के लिए संयुक्त अंतर्राष्ट्रीय आयोग के सह-अध्यक्ष, पिसिदिया के महाधर्माध्यक्ष जॉब (गेट्चा) ने ऑर्थोडॉक्स कलीसिया में धर्मसभा के अनुभव पर एक चिंतन पेश किया।

इसके अतिरिक्त, मलेशिया के फादर क्लारेंस डेविडसन ने 'हम ईश्वर के साथ संयुक्ति और समस्त मानवजाति की एकता का, अधिक पूर्ण चिन्ह और साधन कैसे बन सकते हैं?' पर अपना वक्तव्य पेश किया। जबकि हॉग कॉन्ग के काथलिक लोकधर्मी सियू वाई वानेस्सा चेंग ने सिनॉडालिटी और कलीसिया तथा खासकर ‘सिनॉडालिटी एवं एशियाई संस्कृति’ पर अपना साक्ष्य प्रस्तुत किया।  

सोमवार को दूसरी बेला, नये मॉड्यूल पर चर्चा करने के लिए कार्य दल पुनः एकत्रित हुआ।