नारी बच्चों का बचपन संवारिए, बुढ़ापा खुद संवर जाएगा पिछले कुछ सालों से समाज में एक नया चलन शुरू हुआ है, बच्चो को दूसरो की मदद से बड़ा करने का चलन, जिसके अंतर्गत मां बाप बच्चा होने के साथ ही उसको पालने वाली एक सहायिका (बच्चा संभालने वाली) को भी अपने जीवन में एक महत्वपूर्ण
भारत ने धार्मिक स्वतंत्रता की खराब स्थिति की आलोचना करने के लिए अमेरिकी निगरानी संस्था पर गुस्सा जताया