विभिन्न संप्रदायों के करीब 3,000 ईसाइयों ने देश भर में अपने समुदाय के खिलाफ उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए भारतीय संसद के पास प्रदर्शन किया।
भारत ने इस महीने भारतीय एयरलाइनों को सैकड़ों फर्जी बम धमकियों के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को "परिणामी कार्रवाई" की चेतावनी दी है, जिससे यात्रा में अराजकता और आतंक फैल गया है, जिसके बारे में कहा गया है कि इससे राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा है।
धर्मसभा की महासभा के समापन समारोह में, पोप फ्राँसिस ने सुसमाचार पाठ के बरतिमेयुस की तरह बनने और "अपने अंधेपन को प्रभु को सौंपने" के लिए प्रोत्साहित किया ताकि हम "एक मिशनरी कलीसिया बन सकें जो दुनिया के मार्ग में अपने प्रभु के साथ चलती है।"
संत बोनावेंतुरा और संत थॉमस एक्विनास की मृत्यु की 750वीं वर्षगांठ के अवसर पर पोप फ्राँसिस ने वाटिकन प्रेरितिक लाइब्रेरी की प्रदर्शनी "द बुक एंड द स्पिरिट" के लिए लिखे एक पत्र में कहा कि इन दो 'पवित्र शिक्षकों' ने कलीसिया को बहुत प्रेरित और समृद्ध किया। यह प्रदर्शनी कलीसिया के इन दो धर्माचार्यों को समर्पित है।
एक संक्षिप्त वीडियो संदेश में, पोप फ्राँसिस ने परिवार के भीतर एक साथ चलने (सिनॉडालिटी) पर जोर देते हुए कहा, "जो परिवार संवाद नहीं करता, वह मृत परिवार है।"
प्रभु के दुःखभोग को समर्पित धर्मसंघ के सदस्यों को संबोधित अपने संदेश में, पोप फ्राँसिस ने उन्हें प्रोत्साहित किया कि वे युद्ध, गरीबी और विभाजन से त्रस्त पीड़ित मानवता के लिए मसीह की मुक्तिदायी उपस्थिति की घोषणा जारी रखें।
पोप फ्राँसिस ने संत जॉन लातेरन महागिरजाघर में "असमानताओं से परे, आंसुओं को जोड़ना" शीर्षक से आयोजित एक सभा के दौरान रोम धर्मप्रांत के विश्वासियों को संबोधित किया।
वाटिकन में सेवारत पश्चातापी पापमोचक पुरोहुत समुदाय को संबोधित करते हुए, पोप फ्राँसिस ने स्मरण दिलाया कि एक उत्तम पापस्वीकारकर्ता को सदैव पश्चाताप करनेवाले विश्वासी के प्रति सामीप्य, दयालुता और करुणा दर्शानी चाहिये।
वाटिकन में शुक्रवार को पेशनिस्ट अर्थात् येसु के दुखभोग को समर्पित धर्मसमाज के पुरोहितों को सम्बोधित शब्दों में पोप फ्राँसिस ने ईश्वर और मानव के बीच साक्षात्कार के महत्व पर प्रकाश डाला तथा कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को सुसमाचार के प्रकाश की आवश्यकता है।
धर्मसभा के समापन के पहले दिन सभा प्रतिभागियों ने सुनने, बातचीत करने और आत्मपरख के इस आध्यात्मिक और कलीसियाई अनुभव की गहराई के लिए ईश्वर को धन्यवाद दिया।