रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स ने इस साल मारे गए पत्रकारों की संख्या की एक रिपोर्ट जारी की। नई सालाना रिपोर्ट में दिए गए ये आंकड़े सिर्फ़ युद्ध में हुई मौतों की ओर ही नहीं, बल्कि एक और गहरी त्रासदी की ओर भी इशारा करते हैं - सच बोलने के लिए प्रतिबद्ध आवाज़ों को जानबूझकर चुप कराना।