प्रार्थना के बिना विश्वास खत्म हो जाता है, पोप फ्राँसिस

प्रार्थना वर्ष में पोप फ्राँसिस ने विश्वास के साथ प्रार्थना करने हेतु सभी विश्वासियों को प्रेरित किया।

पोप फ्राँसिस ने जयंती वर्ष 2025 से पहले रविवार 21 जनवरी 2024  को, “प्रार्थना वर्ष” का उद्घाटन किया, जिसमें उन्होंने कलीसिया के सभी विश्वासियों का आह्वान किया कि वे कलीसिया में इस अनुग्रह से भरे अवसर को ठीक से जीने के लिए खुद को तैयार करने हेतु अधिक उत्साह के साथ प्रार्थना कर सकें। प्रार्थना विश्वास की सांस है यह इसकी सबसे उपयुक्त अभिव्यक्ति है। उन लोगों के दिल से निकलती है जो विश्वास करते हैं और खुद को ईश्वर को सौंपते हैं।

विश्वास के साथ प्रार्थना करने के महत्व पर जोर देते हुए पोप ने सोशल मीडिया के प्लैटफार्म एक्स पर लिखा : “विश्वास के बिना सब कुछ बर्बाद हो जाता है, और प्रार्थना के बिना विश्वास खत्म हो जाता है। इसलिए, घर और समुदाय के स्कूल के रूप में, कलीसिया प्रार्थना का स्कूल और घर है।” # प्रार्थना वर्ष