बुद्धि को प्रखर करता है चेकर्स का खेल, पोप फ्राँसिस
वाटिकन में शुक्रवार को इतालवी चेकर्स संघ के सदस्यों ने अपने शतवर्षीय समारोह के उपलक्ष्य में पोप फ्रांसिस का साक्षात्कार कर उनका सन्देश सुना। इस अवसर पर पोप ने कहा कि चेकर्स का खेल बुद्धि को प्रखर करता है तथा सबसे अच्छी बात यह कि यह सबके लिये उपलभ्य है।
इटली के मिलान शहर में 100 वर्ष पूर्व 1924 ई. में इतालवी चेकर्स संघ की स्थापना हुई थी। इतालवी चेकर्स प्रति वर्ष अंतरराष्ट्रीय चेकर्स की सभी श्रेणियों के लिए कई प्रतियोगिताओं और चैंपियनशिप का आयोजन करता है। मुख्य रूप से यह स्कूलों में व्यापक युवा गतिविधियों का आयोजन करता है, जिसमें हर साल सैकड़ों हजारों छात्र शामिल होते हैं।
"आपके संघ के जन्म के सौ साल बाद, आपसे मिलकर मुझे खुशी हुई है", इन शब्दों से सन्त पापा फ्राँसिस ने इतालवी चेकर्स संघ के सदस्यों का अभिवादन किया। उन्होंने कहा, "चेकर्स खेल की दो खूबसूरत विशेषताएं हैं, और वे यह कि यह दिमाग को प्रखर करता है और यह हर किसी के लिए सुलभ है। वास्तव में इसके लिए बुद्धि, कौशल और ध्यान की आवश्यकता है, बड़े साधनों और संरचनाओं की नहीं। यह उन खेलों में से एक है जिसके द्वारा आप जहां भी हों, आसानी से सम्मिलन और मनोरंजन का क्षण बना सकते हैं, ज़रूरत होती तो बस एक शतरंज की बिसात, मोहरे और दो खिलाड़ियों की। उन्होंने कहा कि यह एक साथ रहने का एक उत्तम तरीका है।
पोप ने कहा कि इस खेल में सभी शामिल हो सकते हैं और यह विश्व में सर्वत्र खेला जाता है, उदाहरण के लिए, ऐसा प्रतीत होता है कि यह हमारे तटों पर आने वाले आप्रवासियों के बीच सबसे आम खेलों में से एक है: बड़ी अनिश्चितता और आशंका की स्थितियों में हमारे कई आप्रवासी भाई-बहन, चेकर्स या चारखाना खेलकर राहत पाते हैं और सबसे अच्छी बात तो यह कि कभी-कभी वे सादगी और साझेदारी की भावना में उनके संग मिलकर खेलते हैं जो उनका स्वागत करते हैं।
तार्किक क्षमता में मददगार
उन्होंने कहा कि चारखानों का खेल एक ऐसा खेल भी है जो आपको अपनी तार्किक क्षमता और तर्कणा का अभ्यास करने में मदद देता है, जिसकी आज पहले से कहीं अधिक आवश्यकता है, क्योंकि नए मीडिया का दुरुपयोग तार्किक क्षमता को ही सुप्त या निष्क्रिय कर देता है।
पोप ने कहा कि व्यक्तिवाद की विशेषता वाली दुनिया में, जो कभी-कभी अलगाव बनने का जोखिम उठाती है, खेल के लिये आपस में मिलना, एक दूसरे को जानना तथा खेल में एक दूसरे को चुनौती देना अति सुन्दर है इसलिये कि इससे स्वच्छ और ताज़ी हवा का संचार होता है।
इतालवी चेकर्स संघ के सदस्यों के प्रति शुभकामनाएँ अर्पित करते हुए सन्त पापा ने कहा, "मैं आपको आपके व्यवसाय के लिए शुभकामनाएं देता हूं; और मैं आपको आध्यात्मिकता के उन क्षणों को जीवित रखने के लिए भी प्रोत्साहित करता हूं जिन्हें आप आमतौर पर फेडरेशन द्वारा आयोजित सबसे महत्वपूर्ण कार्यक्रमों के साथ जोड़ते हैं।"