पोप ने महाधर्माध्यक्ष बत्तालिया को नवनियुक्त कार्डिनलों के दल में शामिल किया
'डॉन मिम्मो' के नाम से मशहूर नेपल्स के महाधर्माध्यक्ष दोमेनिको बत्तालिया कार्डिनलों की सूची में शामिल हो गए हैं, जिन्हें अगले 7 दिसंबर को लाल टोपी मिलेगी। कलाब्रिया में जन्मे और 2020 से इटली के नेपल्स के महाधर्माध्यक्ष के रूप में वे जरूरतमंद लोगों की सहायता करने के लिए जाने जाते हैं। इंडोनेशिया के धर्माध्यक्ष सुकुर द्वारा कार्डिनल न बनाए जाने के अनुरोध के बाद अब पुनः नए कार्डिनल्स की संख्या 21 हो गई है।
आगामी 7 दिसम्बर को 21 नये कार्डिनल लाल टोपी ग्रहण करेंगे क्योंकि पोप फ्राँसिस ने भावी कार्डिनलों की सूची में एक नया नाम, नेपल्स के महाधर्माध्यक्ष दोमेनिको बत्तालिया को जोड़ा है, जो दिसंबर 2020 से महाधर्मप्रांत का नेतृत्व कर रहे हैं।
इसकी जानकारी सोमवार को वाटिकन प्रेस कार्यालय के निदेशक, मात्तेओ ब्रूनी ने दी : "पोप फ्राँसिस ने घोषित किया है कि अगले 7 दिसंबर को कार्डिनल रचना की धर्मविधि के दौरान, नये कार्डिनलों के नामों में नेपल्स के महाधर्माध्यक्ष महामहिम दोमेनिको बत्तालिया को भी शामिल किया गया है।"
6 अक्टूबर को देवदूत प्रार्थना के अंत में 21 नये कार्डिनलों की घोषणा के बाद, 22 अक्टूबर को इंडोनेशिया स्थित बोगोर के धर्माध्यक्ष पास्कलिस ब्रूनो सुकुर द्वारा कार्डिनल न बनाए जाने के अनुरोध से, नए कार्डिनलों की संख्या में एक की कमी आई थी, जिन्होंने "अपने पुरोहितीय जीवन को और गहरा करने की इच्छा से" "कलीसिया और ईश्वर के लोगों की सेवा में" अपने व्यक्तिगत विकास को जारी रखने की इच्छा व्यक्त की थी।
इटली के कलाब्रिया में जन्मे, 61 वर्षीय महाधर्माध्यक्ष ने अपनी दर्शनशास्त्र एवं ईशशास्त्र की पढ़ाई सन पियो 10वें परमधर्मपीठीय सेमिनरी कतनजारो से की है। उनका पुरोहिताभिषेक 6 फरवरी 1988 को हुआ था। उन्होंने पल्ली पुरोहित, रेक्टर एवं धर्मप्रांतीय कार्यालय के निदेशक के रूप में अपनी सेवाएँ दी हैं। 24 जून 2016 को संत पापा फ्राँसिस ने उन्हें धर्माध्यक्ष नियुक्त किया।
गरीबों और समाज के हाशिये पर पड़े लोगों के प्रति उनकी चिंता उल्लेखनीय है। उन्होंने 1992 से 2016 तक नशे की लत में पड़े लोगों के साथ काम किया और ‘कलाब्रिया के एकजुटता केंद्र’ का मार्गदर्शन किया, जो डॉन मारियो पिच्ची के थेरेप्यूटिक कम्युनिटीज से जुड़ा एक केंद्र है, जिसके वे 2006 से 2015 तक राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे।
कार्डिनल मंडल
आगामी कार्डिनल रचना धर्मविधि (कन्सिस्ट्री में) में, पोप फ्राँसिस के दस वर्षों में, भावी कार्डिनलों में से एक गैर-निर्वाचित हैं। 7 दिसंबर को कार्डिनल मंडल में 256 सदस्य होंगे जिनमें से 141 पोप के चुनाव में वोट डाल सकते हैं और 115 वोट नहीं डाल सकते हैं।