जुबली वर्ष ईश्वर पर अपनी आशा रखकर नई शुरुआत करने का अवसर है, पोप फ्राँसिस
पवित्र वर्ष हमारे जीवन को बदलने और ईश्वर पर अपनी आशा रखकर नई शुरुआत करने का अवसर है। हम ख्रीस्तियों का अंतिम लक्ष्य येसु द्वारा नम्रता के मार्ग पर चलते हुए पिता ईश्वर के पास पहुँचना है। पोप ने सभी ख्रीस्तियों के नम्रता के मार्ग में येसु का अनुकरण करने की प्रेरणा दी।
पोप फ्राँसिस ने 24 दिसंबर की रात को संत पेत्रुस महागिरजाघऱ के पवित्र द्वार को खोलते हुए जुबली वर्ष 2025 का उद्घाटन किया। जुबली वर्ष के तहत हम क्रिसमस के मौसम में हैं यह मौसम हमें क्रिसमस की खुशियों के साथ-साथ, ईश्वर के मुक्तिदायी रहस्यों पर मनन करने का उपयुक्त अवसर प्रदान करता है। आज संत पापा ने ट्वीटकर सभी ख्रीस्तियों को नम्रता के मार्ग में येसु का अनुकरण करने की प्रेरणा दी।
संदेश में पोप ने लिखा : “येसु नम्रता के मार्ग से इस दुनिया में आए। वे एक रास्ता खोलते हैं, रास्ता दिखाते हैं, और हमारे अंतिम लक्ष्य को प्रकट करते हैं।” #क्रिसमस का मौसम
जयंती तीर्थयात्रा का अर्थ
पोप फ्राँसिस शनिवारीय जयंती आम दर्शन समारोह के चक्र का उद्घाटन किया। ये प्रायः प्रत्येक पखवाड़े, बुधवारीय आम दर्शन समारोह के समान ही आयोजित किए जाएंगे, तथा आशा के विषय पर केन्द्रित होंगे, जो "एक नई शुरुआत" की तलाश में रोम आने वाले तीर्थयात्रियों को संबोधित एक आदर्श आलिंगन करने का समय होगा। आज संत पापा ने ट्वीट कर जयंती तीर्थयात्रा के अर्थ को समझाया।
संदेश में पोप ने लिखाः “पवित्र वर्ष हमारे जीवन को बदलने, अपनी सोच का पुनर्मूल्यांकन करने और येसु से सीखकर तथा ईश्वर पर अपनी आशा रखकर नई शुरुआत करने का अवसर है। यही जयंती तीर्थयात्रा का अर्थ है।” #जुबली आम दर्शन समारोह