‘तलिथा कुम’ आगामी महासभा में 15वीं वर्षगांठ मनाएगी
लगभग 90 देशों के प्रतिनिधियों और सम्मानित वक्ताओं एवं तस्करी के शिकार लोगों की गवाही पेश करते हुए, ‘तलिथा कुम’ रोम के उत्तर में स्थित साक्रोफानो शहर में अपनी दूसरी महासभा के दौरान मानव तस्करी के खिलाफ अपनी लड़ाई के 15 साल पूरे होने का जश्न मनाएगी।
लगभग 90 देशों के लगभग 200 तलिथा कुम के प्रतिनिधि, धर्मसंघी, धर्मबहनें, लोकधर्मी और मानव तस्करी से बचे लोगों का प्रतिनिधित्व करते हुए, अपनी आगामी दूसरी महासभा में संगठन की पंद्रहवीं वर्षगांठ मनाएंगे।
तालिथा कुम महासभा, "मानव तस्करी को समाप्त करने के लिए एक साथ यात्रा: परिवर्तन हेतु कार्रवाई में करुणा" विषय पर, 18-24 मई 2024 को साक्रोफानो के फ्रातेर्ना डोमुस में होगी और धर्मसभा के ‘नीचे से ऊपर’ दृष्टिकोण को अपनाएगी।
बैठक के दौरान, तलिथा कुम में कार्यरत धर्मबहनें और साझेदार सहयोगी दुनिया भर में फैली आधुनिक बुराई से रणनीतिक रूप से कैसे निपटा जाए, इस पर बातचीत करेंगे, एक दूसरे को सुनेंगे, समझेंगे और साझा करेंगे।
महासभा में तस्कर के शिकार हुए जीवित बचे लोगों, युवाओं और जमीनी स्तर पर काम कर रही धर्मबहनें गवाही पेश करेगें। वे विशेष रूप से धार्मिक समुदायों, नागरिक समाज के नेताओं, राजनयिकों और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के बीच साझेदारी और सहयोग के माध्यम से मानव तस्करी को समाप्त करने के लिए काम करने में अपने अनुभव साझा करेंगे।
महासभा औपचारिक रूप से 23 मई को संत पेत्रुस महागिरजाघऱ में पवित्र मिस्सा समारोह के साथ समाप्त होती है, उसके बाद अगुस्टिनियम ऑडिटोरियम में आयोजित एंटी-ट्रफिकिंग अवार्ड्स 2024 समारोह में तीन धर्मबहनों को अपने समुदायों को मानव तस्करी से बचाने में असाधारण साहस, रचनात्मकता, सहयोग और उपलब्धि का प्रदर्शन करने हेतु मान्यता दी जाएगी।
तलिथा कुम अंतर्राष्ट्रीय समन्वयक, सिस्टर एबी अवेलिनो, एमएम ने उन सभी के प्रति आभार व्यक्त किया, जिन्होंने तलिथा कुम सदस्यों के लिए "मानव तस्करी के खिलाफ लड़ने हेतु एक साथ यात्रा करने की भविष्यवाणी मिशन पहल" में आगे बढ़ना संभव बनाया, और "सबसे बढ़कर, ईश्वर का प्रेम जो हमें परिवर्तन हेतु कार्रवाई में करुणा की ओर ले जाता है।”