हम शांति के लिए प्रार्थना करें, पोप
रविवार को पोप फ्राँसिस ने युद्ध से पीड़ित लोगों के लिए प्रार्थना करने का आह्वान किया, विश्व सामाजिक संचार दिवस के अवसर पर उससे जुड़े सभी कर्मचारियों को धन्यवाद दिया, साथ ही सभी माताओं को माता मरियम को समर्पित किया।
पोप फ्राँसिस ने स्वर्ग की रानी प्रार्थना के उपरांत कहा, “जब हम पुनर्जीवित प्रभु के स्वर्गारोहण का महापर्व मना रहे हैं, जो हमें मुक्त करते और हमें स्वतंत्र करना चाहते हैं, मैं रूस और यूक्रेन के बीच सभी कैदियों के आपसी आदान-प्रदान के लिए अपनी अपील को नवीनीकृत करता हूँ, इस संबंध में हर प्रयास को प्रोत्साहित करने के लिए वाटिकन की उपलब्धता का आश्वासन देता हूँ, विशेष रूप से जो गंभीर रूप से घायल और बीमार हैं। और हम यूक्रेन, फिलिस्तीन, इस्राएल, म्यांमार दोनों में शांति के लिए प्रार्थना करना जारी रखें। हम शांति के लिए प्रार्थना करें।”
विश्व संचार दिवस
तत्पश्चात् विश्व संचार दिवस की याद कर पोप ने कहा, “आज विश्व संचार दिवस है, जिसका विषय है "कृत्रिम बुद्धिमत्ता और हृदय का ज्ञान"। केवल हृदय की बुद्धिमत्ता को पुनः प्राप्त करके ही हम अपने समय के मुद्दों की व्याख्या कर सकते हैं और पूरी तरह से मानव संचार का रास्ता फिर से खोज सकते हैं।” संत पापा ने संचार के कार्य से जुड़े सभी कर्मचारियों को उनके काम के लिए धन्यवाद दिया।
माताओं को समर्पित दिवस
आज कई देशों में माताओं का पर्व मनाया जाता है। इसकी याद कर संत पापा ने कहा, “आज कई देशों में मदर्स डे मनाया जाता है; हम सभी माताओं को कृतज्ञता के साथ याद करते हैं और उन माताओं के लिए भी प्रार्थना करते हैं जो स्वर्ग चली गईं। हम सभी माताओं को हमारी स्वर्गीय माँ मरियम के संरक्षण में सौंपते हैं।” पोप ने ताली बजाकर सभी माताओं को धन्यवाद दिया।
इसके बाद रोम, इटली तथा विश्व के विभिन्न हिस्सों से आये सभी तीर्थयात्रियों एवं पर्यटकों का अभिवादन किया।
वाटिकन में प्रदर्शनी
उसके बाद संत पापा ने उन लोगों को धन्यवाद दिया, जिन्होंने संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में स्तंभों के बीच फोटोग्राफिक प्रदर्शनी "परिवर्तन", "बदलाव" का आयोजन किया है। संत पापा ने कहा, “दुनिया भर के फोटोग्राफर हमारे आमघर की सुंदरता की कहानी बताते हैं, जो निर्माता (ईश्वर) का एक उपहार है जिसे सुरक्षित रखने के लिए हमें बुलाया गया है। मैं आपको इस प्रदर्शनी को देखने के लिए आमंत्रित करता हूँ!”
संत पापा ने निष्कलंक माता मरियम दल के बालक-बालिकाओं का अभिवादन किया एवं रोम से जेनोवा वापस जा रहे बच्चों को शुभयात्रा की शुभकामनाएँ दीं।
अंत में, अपने लिए प्रार्थना का आग्रह करते हुए सभी को शुभ रविवार की मंगलकामनाएँ अर्पित की।